'मेरा बेटा सिर्फ 20 साल का है, वह ऐसा घिनौना काम कभी नहीं कर सकता', राज कुशवाह की मां ने बेटे को बताया बेगुनाह
राजा रघुवंशी हत्या मामले में सह-आरोपी राज कुशवाह के परिवार ने उनकी बेगुनाही का दावा किया है. पुलिस ने सोनम सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. हत्या 2 जून को हुई, सोनम ने 8 जून को आत्मसमर्पण किया. मामले में कई विवादित बिंदु सामने आए हैं, जांच जारी है.

राजा रघुवंशी हत्याकांड में नया मोड़ सामने आया है. इस मामले में सह-आरोपी बनाए गए राज कुशवाह को लेकर उनके परिवार ने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं और उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है. इंदौर निवासी राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम और चार अन्य लोगों के साथ राज को भी इस जघन्य अपराध के लिए गिरफ्तार किया गया है.
मां ने कहा – मेरा बेटा ऐसा नहीं कर सकता
राज कुशवाह की मां ने कहा, “मेरा बेटा सिर्फ 20 साल का है और वह ऐसा घिनौना काम कभी नहीं कर सकता. वह सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था, जहां सोनम भी कार्यरत थी. दोनों के बीच बातचीत होती थी, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वह अपराधी है.” उन्होंने अपने बेटे की दयालुता का उदाहरण देते हुए कहा कि राज जरूरतमंदों को अपने जूते दे देता था और भूखे लोगों को खाना खिलाता था.उन्होंने रोते हुए कहा, “मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि मेरे बेटे की निर्दोषता को साबित किया जाए.”
राज की बहन ने भी जताई बेगुनाही की बात
राज की बहन ने भी इस आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि उसका भाई घटना के वक्त शिलांग में नहीं, बल्कि शहर में मौजूद था. उन्होंने पुलिस से अपील की है कि ऑफिस रिकॉर्ड चेक किया जाए जिससे उसके स्थान की पुष्टि हो सके. “मेरे भाई ने रविवार को मंदिर जाने के लिए नए कपड़े पहने थे. वह घर पर था,” उन्होंने कहा.
राजा के भाई ने भी जताई अनभिज्ञता
राजा रघुवंशी के भाई विपुल रघुवंशी ने भी इस बात की पुष्टि की कि वे राज कुशवाह को जानते तो थे, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि वह इस हद तक जाएगा. विपुल ने कहा, “सोनम उसे अक्सर डांटती थी. वह कहती थी कि वह ठीक से काम नहीं कर रहा और काम में लापरवाही करता है.” उन्होंने यह भी कहा कि अन्य गिरफ्तार आरोपियों को वे बिल्कुल नहीं जानते.
हत्या की टाइमलाइन: कब क्या हुआ?
राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी. 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय गए और 23 मई को अचानक लापता हो गए. उनकी किराए की गाड़ी पास के गांव में मिली थी.
2 जून को राजा का शव एक खड्ड में पाया गया और पास ही एक चाकू मिला, जिससे हत्या की गई थी. बाद में एक रेनकोट भी बरामद हुआ, जिससे सोनम की खोज को बल मिला. सोनम ने 8 जून को अपने भाई को फोन किया और हत्या की बात कबूलते हुए गाजीपुर में आत्मसमर्पण कर दिया.