'किसी ने बाहर से फेंकी थी आग', महाकुंभ में आगजनी को लेकर गीता प्रेस के ट्रस्टी ने किया हैरान कर देने वाला दावा
Fire breaks out at Mahakumbh: प्रयागराज के महाकुंभ मेले में रविवार को सेक्टर-19 में भीषण आग लग गई. गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने दावा किया कि आग की कोई वस्तु बाहर से उनके शिविर में आई थी, जिसके बाद आग तेजी से फैल गई. इस घटना ने मेले में सुरक्षा और आग संबंधित सावधानियों पर सवाल उठाए हैं.

Fire breaks out at Mahakumbh: प्रयागराज के महाकुंभ मेले के सेक्टर-19 में रविवार को भीषण आग ने बड़ा रूप ले लिया, जिससे अखिल भारतीय धर्म संघ और गीता प्रेस गोरखपुर के कैंपों में भारी नुकसान हुआ. हालांकि, इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन आग की लपटों ने करीब 250 टेंटों को जलाकर खाक कर दिया. गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने इस आगजनी के बारे में हैरान कर देने वाला दावा किया है, जिससे घटना को लेकर नई चर्चा शुरू हो गई है.
आग लगने का कारण फिलहाल साफ नहीं हो पाया है, लेकिन गीता प्रेस के ट्रस्टी का कहना है कि आग की कोई वस्तु बाहर से उनके शिविर में आई थी, जिसके बाद यह आग तेजी से फैल गई. इस घटना ने महाकुंभ मेले में सुरक्षा और आग से संबंधित सावधानियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
#WATCH | Fire at #MahaKumbhMela2025 | Krishna Kumar Khemka, Trustee Geeta Press Gorakhpur, says, "This shivir is of Akhil Bharatiya Dharm Sangh and Gita Press, combined. We have built this with so much vigilance and all were prohibited from doing any kind of activity related to… pic.twitter.com/46kdH6COgY
— ANI (@ANI) January 19, 2025
गीता प्रेस के ट्रस्टी का दावा
गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने बताया, "यह शिविर अखिल भारतीय धर्म संघ और गीता प्रेस द्वारा संयुक्त रूप से लगाया गया था, जिसमें करीब 180 कैंप लगे हुए थे. हम सभी सुरक्षा उपायों का पालन कर रहे थे और सभी से कहा गया था कि आग से संबंधित किसी भी काम को न करें." उन्होंने आगे बताया, "जहां हमने बाउंड्री लगाई थी, पश्चिम की ओर, वहां सर्कुलेटिंग एरिया घोषित किया गया था, जहां लोग गंगा में स्नान करेंगे. उसी दिशा से आग की कोई चीज हमारे शिविर की ओर आई और चिंगारी धीरे-धीरे बढ़कर एक विशाल आग में बदल गई. इसके परिणामस्वरूप हमारे सारे कैंप जलकर खाक हो गए."
सिलेंडर में लगी थी आग
आग की शुरुआत एक सिलेंडर में लगी आग से हुई, जो धीरे-धीरे फैलकर कई अन्य सिलेंडरों में ब्लास्ट के रूप में बदल गई. ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमकर ने सिलेंडर फटने के बारे में कहा, "हमारी रसोई टिन शेड की थी और हमने सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया था."
मशक्कत के बाद आग पर काबू
सुरक्षा टीमों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन इस विकराल रूप में करीब आठ से नौ सिलेंडर फटने की जानकारी मिली है. आग ने महाकुंभ मेले के क्षेत्र में फैले कई टेंटों को अपनी चपेट में लिया.
250 टेंट जलकर खाक
एक चश्मदीद गवाह ने दावा किया कि आग ने करीब 250 टेंटों को जलाकर खाक कर दिया. आग की लपटें इतनी तेज थीं कि यह घटना बड़े क्षेत्र में फैली. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के डीआईजी एमके शर्मा ने बताया, "हमारी टीमों ने मिलकर आग पर काबू पाया और स्थिति को नियंत्रण में लिया."


