पाकिस्तान की पोल खोलने जाएंगे ये 59 नेता, ओवैसी-आजाद समेत 10 मुस्लिम चेहरे लाएंगे सच सामने!
59 नेताओं की टीमें निकली हैं दुनिया भर के मिशन पर—पाकिस्तान के आतंक का सच और भारत की ज़ीरो टॉलरेंस नीति सबके सामने लाएंगी. मुस्लिम नेताओं को भी इस मुहिम में शामिल कर भारत ने दिखाई एकजुटता की मिसाल. क्या है ऑपरेशन सिंदूर, कौन-कौन से देश बनेंगे गवाह? पूरी कहानी जानिए यहां......

Expose Pakistan Mission: पाकिस्तान की सरजमीं से फैलते आतंकवाद को लेकर भारत ने अब एक बड़ा कदम उठाया है. कश्मीर में हुए सिंदूर और पहलगाम जैसे आतंकी हमलों के बाद भारत ने दुनिया को पाकिस्तान की असलियत दिखाने का मन बना लिया है. इसके लिए शुरू हुआ है — 'ऑपरेशन सिंदूर', जिसमें भारत के 59 नेताओं की टीमें विदेशों में जाकर पाकिस्तान की आतंक परस्त नीतियों का पर्दाफाश करेंगी.
सात टीम, एक मिशन — पाकिस्तान को बेनकाब करना
भारत सरकार ने इस वैश्विक अभियान के लिए सात अलग-अलग डेलिगेशन बनाए हैं, जिसमें सभी राजनीतिक दलों से नेता शामिल हैं — भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, शिवसेना, डीएमके आदि.
हर ग्रुप में एक लीडर है और दिलचस्प बात यह है कि हर टीम में कम से कम एक मुस्लिम नेता को जगह दी गई है, जिससे यह संदेश जाए कि आतंक के खिलाफ भारत एकजुट है — चाहे धर्म या पार्टी कोई भी हो.
कहां-कहां जाएंगे ये प्रतिनिधिमंडल?
डेलिगेशन अलग-अलग देशों का दौरा करेंगे:
- ग्रुप 1: सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया
- ग्रुप 2: जर्मनी, यूके, इटली, फ्रांस, ईयू, डेनमार्क
- ग्रुप 3: जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया, मलेशिया
- ग्रुप 4: यूएई, लाइबेरिया, कांगो, सिएरा लियोन
- ग्रुप 5: अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील, कोलंबिया
- ग्रुप 6: रूस, स्लोवेनिया, ग्रीस, लातविया, स्पेन
- ग्रुप 7: मिस्र, कतर, इथियोपिया, दक्षिण अफ्रीका
मुस्लिम नेताओं को भी मिली खास जगह
भारत ने जानबूझकर इस डेलिगेशन में 10 मुस्लिम नेताओं को शामिल किया है, ताकि दुनिया को यह साफ संदेश मिले कि आतंक का धर्म से कोई लेना-देना नहीं. इसमें शामिल हैं:
असदुद्दीन ओवैसी, गुलाम नबी आजाद, सलमान खुर्शीद, एमजे अकबर, ईटी मोहम्मद बशीर, मियां अल्ताफ अहमद आदि.
क्या करेंगे ये प्रतिनिधिमंडल?
इन प्रतिनिधिमंडलों का मकसद होगा:
पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को समर्थन देने के सबूत पेश करना
भारत की आतंकवाद के खिलाफ Zero Tolerance नीति को समझाना
दुनिया से अपील करना कि आतंक से लड़ने के लिए एकजुट होना होगा
UNSC तक पहुंचेगा भारत का संदेश
भारत की योजना है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सभी 15 सदस्य देशों तक यह संदेश पहुंचे. अमेरिका, फ्रांस, रूस जैसे बड़े देशों में भारत के नेता जाकर बात करेंगे. पाकिस्तान और चीन को इस दौरे से जानबूझकर बाहर रखा गया है, ताकि उनकी भूमिका को और अधिक उजागर किया जा सके.
अब आतंक के खिलाफ खुले मैदान में भारत
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, ये भारत की वो नई नीति है जो कहती है — "अब हम चुप नहीं रहेंगे." दुनिया को बताना ज़रूरी है कि आतंक के पीछे कौन खड़ा है और भारत अब सिर्फ शिकार नहीं, बल्कि जवाब देने वाला देश है.


