Air India Plane Crash: छात्र, एयर होस्टेस, डॉक्टर और नवविवाहिता...242 लोगों ने भरी लंदन के लिए आखिरी उड़ान
अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट एआई-171 टेकऑफ के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. 241 लोगों की मौत हुई, जिसमें छात्र, परिवार, केबिन क्रू और पूर्व मुख्यमंत्री शामिल थे. यह हादसा भारतीय एविएशन इतिहास का एक दुखद अध्याय है. एक व्यक्ति गंभीर हालत में है और जांच जारी है.

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 12 चालक दल के सदस्य भी शामिल थे. हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति विश्वाश कुमार रमेश को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
20 वर्षीय छात्र की अधूरी उम्मीदें
खेड़ा जिले के महमदवाद निवासी 20 वर्षीय रुद्र भी इस विमान में सवार था. हाल ही में 12वीं पास करने वाले रुद्र विदेश में पढ़ाई के लिए लंदन जा रहा था. उसने पहले कनाडा के लिए आवेदन किया था, लेकिन वीजा न मिलने के कारण लंदन स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन किया और उसे मंजूरी मिली. रुद्र की मौत ने उसके परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है.
मणिपुर के केबिन क्रू के सदस्यों की कहानी
केबिन क्रू में मणिपुर के दो युवा सदस्य थे, कोंगब्रिलाटपम नगनथोई शर्मा और सिंगसन लामनुनथेम. नगनथोई थौबल जिले की निवासी थीं, जबकि लामनुनथेम मूल रूप से इंफाल पश्चिम के ओल्ड लाम्बुलाने से थे, लेकिन राज्य में जातीय संघर्ष के कारण वे कांगपोकपी जिले में रह रहे थे. उनके परिवार ने दुर्घटना से पहले उनसे आखिरी बार बातचीत की थी, जब उन्होंने लंदन जाने की बात कही थी. दोनों युवाओं ने 2023 में एयर इंडिया के केबिन क्रू के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी.
परिवारों के टूटे सपने
उत्तर प्रदेश के आगरा के नीरज लवानिया और उनकी पत्नी भी इस दुर्घटना में मारे गए. वे वडोदरा के फेदर स्काई विकास कॉलोनी में रहते थे. महाराष्ट्र के डोंबिवली की एयर इंडिया क्रू सदस्य रोशनी सोंघरे भी इस हादसे में जान गंवाने वालों में शामिल थीं. रोशनी ने एयर होस्टेस बनने का सपना पूरा किया था, लेकिन यह उड़ान उनके लिए अंतिम साबित हुई.
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी इस विमान में थे
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी इस फ्लाइट में सवार थे. उन्होंने बिजनेस क्लास के बराबर मानी जाने वाली Z क्लास में टिकट बुक किया था. उनके साथ यात्रा कर रहे कई अन्य लोग भी इस हादसे के शिकार हुए.
राजस्थान के परिवार की दुखद कहानी
राजस्थान के बांसवाड़ा से आए एक परिवार में पति-पत्नी प्रतीक जोशी और कोमी व्यास, उनके जुड़वां बेटे प्रद्युत और नकुल, तथा बेटी मिराया इस हादसे में जान गंवा बैठे. वे सभी लंदन अपनी नई जिंदगी शुरू करने के लिए जा रहे थे.
केरल की नर्स रंजीता भी यात्रा पर थीं
केरल के पथानामथिट्टा की रहने वाली रंजीता, जो ब्रिटेन में नर्स का काम करती थीं, इस दुर्घटना में मारी गईं. वह अपनी बेटियों से मिलने भारत आई थीं और वापस लंदन लौट रही थीं.
इंदौर की महिला ने खोया पति का जन्मदिन मनाने का मौका
इंदौर की हरप्रीत कौर होरा की इस दुखद हादसे में मौत हो गई. वे अपने पति का जन्मदिन मनाने लंदन जा रही थीं. साथ ही हिम्मतनगर की पायल खटिक, जो पहली बार विमान में सफर कर रही थीं और लंदन जा रही थीं, भी इस दुर्घटना की शिकार बनीं.
अंतिम संस्कार से लौटे अर्जुन की मौत
लंदन से अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार कर लौट रहे 36 वर्षीय अर्जुन पटोलिया भी इस विमान हादसे में जान गंवा बैठे. यह विमान हादसा भारतीय एविएशन इतिहास के सबसे बड़े और दुखद हादसों में से एक है, जिसने कई परिवारों को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है. जांच जारी है कि इस हादसे के पीछे क्या कारण थे और कैसे इसे रोका जा सकता था.


