300 साल से गुम था 2 लाख करोड़ का खजाना, अब मालिकाना को लेकर शुरू हुई जंग
San Jose Galleon: 300 साल पहले समुद्र में डूबा एक स्पेनिश जहाज अब फिर से चर्चा में है. कोलंबिया के तट पर मिले मलबे की जांच में पुष्टि हुई है कि यह वही San Jose Galleon’है, जिसमें अरबों का खजाना छिपा हुआ था. इस ऐतिहासिक खोज के बाद अब खजाने के मालिकाना हक को लेकर अंतरराष्ट्रीय विवाद शुरू हो गया है.

San Jose Galleon: करीब तीन शताब्दियों से समंदर की गहराई में दफन खजाना आखिरकार दुनिया के सामने आ ही गया है. कोलंबिया के तट पर समुद्र की तलहटी में एक ऐसा जहाज मिला है, जिसके भीतर अरबों डॉलर के सोने-चांदी के सिक्के और ऐतिहासिक कलाकृतियां छिपी हुई थीं. वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि यह मलबा 1708 में डूबे स्पेनिश युद्धपोत San Jose Galleon का है. इस खोज ने इतिहास प्रेमियों, खजाना खोजने वाली कंपनियों और सरकारों के बीच एक बार फिर बहस छेड़ दी है.
समुद्र की गहराई में मिले इस जहाज में छिपे खजाने की अनुमानित कीमत लगभग 2 लाख करोड़ रुपये (17 अरब डॉलर) आंकी गई है. अब इस खजाने पर अधिकार को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानूनी लड़ाई शुरू हो गई है. कोलंबिया सरकार और अमेरिका की एक खजाना खोज कंपनी इस ऐतिहासिक संपत्ति को लेकर आमने-सामने हैं.
Lost for over 300 years beneath the waves, the San José galleon was a floating fortune when it sank off Colombia’s coast in 1708, blown apart in a fiery battle with the British while carrying what may be the greatest treasure ever lost at sea. Onboard were mountains of gold,… pic.twitter.com/yxl4m8WaJG
— Fascinating History (@Fascinate_Hist) June 12, 2025
वैज्ञानिकों ने की पुष्टि
एंटीक्विटी जर्नल में प्रकाशित शोध में बताया गया है कि वैज्ञानिकों ने पानी के नीचे मानवरहित वाहन (ROV) के जरिए जहाज के मलबे का सर्वे किया. मलबे से ली गई तस्वीरों में सोने के सिक्के और कलाकृतियां नजर आईं, जिनका अध्ययन फोटोग्रामेट्री तकनीक से किया गया. इन सिक्कों पर जेरूसलम क्रॉस, कैस्टिले और लियोन के शाही प्रतीक अंकित थे, जो यह प्रमाणित करते हैं कि यह वही San Jose है.
1708 में युद्ध के दौरान डूबा था जहाज
स्पेन का यह जहाज 1707 में पेरू से रवाना हुआ था और इसे स्पेन तक पहुंचना था, लेकिन 1708 में ब्रिटिश रॉयल नेवी से मुठभेड़ में यह कोलंबिया के तट पर डूब गया. यह जहाज टिएरा फिरमे बेड़े का हिस्सा था जिसे दक्षिण अमेरिका और इबेरियन प्रायद्वीप के बीच शाही खजाने के परिवहन का विशेषाधिकार प्राप्त था.
हाथ से बने दुर्लभ सिक्के मिले
शोधकर्ताओं के मुताबिक, जहाज से जो सोने के सिक्के मिले हैं वे बेहद खास हैं. ये सिक्के हाथ से बनाए गए थे और आकार में अनियमित हैं. अंग्रेजी में इन्हें कोब्स (Cobs) और स्पेनिश में मैक्यूक्विनास (Macuquinas) कहा जाता है. ये सिक्के उस दौर की आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं.
ऐतिहासिक व्यापार मार्गों पर रोशनी डालती है ये खोज
San Jose के मलबे की यह खोज 18वीं सदी के समुद्री व्यापार मार्गों और उनके महत्व को उजागर करती है. उस दौर में इन जहाजों के जरिए लाखों कीमती वस्तुएं और खजाने यूरोप तक पहुंचाए जाते थे. अब यह मलबा इतिहासकारों के लिए शोध का बड़ा स्रोत बन गया है.
खजाने पर किसका है हक? शुरू हुई कानूनी लड़ाई
इस बहुमूल्य खजाने के सामने आने के साथ ही अब मालिकाना हक को लेकर विवाद शुरू हो गया है. कोलंबिया के कानून के अनुसार, समुद्र में पाई गई कोई भी वस्तु देश की संपत्ति होती है. लेकिन अमेरिका की Sea Search-Armada नाम की कंपनी का दावा है कि उसने 1981 में ही इस जहाज को खोज लिया था.
कंपनी का कहना है कि कोलंबिया का 2020 में बना कानून इस मामले में लागू नहीं हो सकता क्योंकि उसने जहाज की खोज पहले ही कर ली थी. Sea Search-Armada ने 7.9 बिलियन पाउंड (लगभग 84 हजार करोड़ रुपये) की हिस्सेदारी की मांग की है.
कैरेबियन तट पर पड़ा है अरबों का खजाना
San Jose का मलबा कोलंबिया के कैरेबियन बंदरगाह शहर कार्टाजेना के पास समुद्र की गहराई में स्थित है. इसमें मौजूद कलाकृतियां ऐतिहासिक रूप से अनमोल हैं और इनकी कुल कीमत 17 बिलियन डॉलर मानी जा रही है. Sea Search-Armada ने अब कोलंबियाई सरकार के खिलाफ कानूनी लड़ाई की शुरुआत कर दी है.