टैरिफ तनाव के बीच पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप से की टेलीफोन पर बात, जानिए किन बातों पर हुई चर्चा
भारत और अमेरिका के बीच जारी व्यापारिक तनाव के दौरान आज गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ टेलीफोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों के बीच व्यापार को लेकर खास बातचीत हुई.

भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक विवादों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर लंबी बात की. यह कॉल टैरिफ और रूसी तेल खरीदारी जैसे मुद्दों पर तनाव के बीच आई, जहां ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था.
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. यह बातचीत दोनों देशों के रिश्तों को नई दिशा देने का संकेत देती है.
दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव
पिछले कुछ महीनों से भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता ठप्प हो गई थी. ट्रंप प्रशासन ने अगस्त 2025 में भारतीय निर्यात पर भारी टैरिफ लगाए, खासकर रूसी कच्चे तेल की खरीदारी को लेकर यह निर्णय लिया. इससे कृषि और डेयरी उत्पादों के बाजार खोलने पर असहमति बढ़ी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने ट्रंप के चार कॉल्स को पहले ठुकरा दिया था, क्योंकि वे बातचीत के गलत प्रचार से सतर्क थे. लेकिन इस बार कॉल हुई, जो जन्मदिन की शुभकामनाओं से शुरू होकर गंभीर चर्चा तक पहुंची.
कॉल में क्या चर्चा हुई
दोनों नेताओं ने सभी क्षेत्रों में सहयोग की प्रगति पर खुशी जताई. पीएम मोदी और ट्रंप ने द्विपक्षीय व्यापार को तेज करने के साझा प्रयासों पर बल दिया. महत्वपूर्ण तकनीकों, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर विचार किया. यह 21वीं सदी के लिए भारत-अमेरिका समझौते का हिस्सा है, जो सैन्य सहयोग, तेज व्यापार और तकनीकी साझा करने पर केंद्रित है.
ट्रंप ने पीएम को जन्मदिन की बधाई दी और यूक्रेन युद्ध समाप्ति में भारत की भूमिका की सराहना की. पीएम ने भी ट्रंप के प्रयासों का समर्थन किया.
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे पर की गई बात
कॉल में दोनों ने क्षेत्रीय घटनाओं और वैश्विक चुनौतियों पर बात की. साझा हितों को मजबूत करने और समस्याओं के समाधान के लिए एकजुट रहने पर सहमति बनी. ट्रंप ने फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष में अपनी भूमिका का जिक्र किया, लेकिन पीएम ने स्पष्ट किया कि यह द्विपक्षीय फैसला था. दोनों ने भविष्य में संपर्क बनाए रखने का वादा किया.व्हाइट हाउस ने कहा कि व्यापार टीम गंभीर चर्चा में जुटी है.
आगे की राह
यह कॉल तनाव कम करने का सकारात्मक कदम है. भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने के कदम उठाए हैं, जबकि अमेरिका बाजार पहुंच बढ़ाने को तैयार है. विशेषज्ञों का मानना है कि इससे 2025 के अंत तक प्रारंभिक व्यापार समझौता हो सकता है. दोनों देश चीन के खिलाफ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेंगे. यह बातचीत न सिर्फ व्यापार, बल्कि वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण है.


