सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ धाम गंगाजल लेकर पहुंचे बीजेपी सांसद मनोज तिवारी, पैरों में पड़े छाले तो व्हील चेयर से पहुंचे संसद
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने 30 साल बाद सुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ धाम तक 110 किमी की नंगे पांव कांवड़ यात्रा की. पैरों में छाले पड़ने के बावजूद वे व्हीलचेयर पर संसद पहुंचे. इस आस्था और समर्पण का अनुभव उन्होंने दिव्य बताया. दिल्ली की मुख्यमंत्री ने फोन कर हालचाल लिया.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से तीसरी बार सांसद बने मनोज तिवारी ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा पूरी कर एक मिसाल कायम की है. भोजपुरी गायक से राजनेता बने तिवारी ने सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम तक की कठिन यात्रा पूरी की. यह यात्रा उन्होंने नंगे पैर 110 किलोमीटर पैदल चलकर पूरी की, जिससे उनके पैरों में गंभीर छाले हो गए.
राजनीति से समय निकालकर निभाई आस्था
मनोज तिवारी ने स्वयं बताया था कि वह 30 साल बाद कांवड़ यात्रा पर निकले हैं. पहले भी वे कई बार बाबा वैद्यनाथ के दर्शन कर चुके हैं, लेकिन राजनीति में व्यस्तता के कारण पिछले कुछ वर्षों से यात्रा नहीं कर पा रहे थे. इस बार उन्होंने संकल्प लिया कि हर हाल में बाबा को जल अर्पित करेंगे.
नंगे पांव 110 किलोमीटर
सुल्तानगंज में गंगा स्नान करने के बाद उन्होंने कांवड़ में जल भरकर बाबा धाम की ओर कूच किया. रास्ते भर तिवारी भजन गाते और "बोल बम" के जयकारे लगाते नजर आए. कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें वह आम श्रद्धालुओं की तरह चलते दिख रहे हैं. यात्रा पूरी करने के बाद तिवारी ने बताया कि यह अनुभव उनके लिए आध्यात्मिक और दिव्य रहा.
पैरों में छाले, फिर भी संसद पहुंचे
तीन अगस्त को दिल्ली लौटने के बाद मनोज तिवारी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें उनके पैरों में पट्टियां बंधी थीं. उन्होंने लिखा, "जय भोलेनाथ… जय वैद्यनाथ. मैं अर्धरात्रि दिल्ली पहुंच गया था. 110 KM पैदल… नंगे पांव… कांवड़ संभाल कर चला… जिसने चलाया, पहुंचाया, वो महादेव ही थे."
व्हीलचेयर से पहुंचे संसद भवन
कांवड़ यात्रा के कारण शारीरिक थकावट और पैरों की तकलीफ इतनी अधिक हो गई कि तिवारी को व्हीलचेयर की मदद से संसद भवन तक जाना पड़ा. सोमवार और मंगलवार को जब वे संसद पहुंचे, तो भाजपा और अन्य दलों के कई नेताओं ने उनका हालचाल लिया.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लिया हालचाल
मनोज तिवारी ने बताया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी फोन पर उनसे बात की और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली. उन्होंने कहा कि भले ही शरीर थका हो, लेकिन मन को अद्भुत शांति और शक्ति की अनुभूति हो रही है.


