कम रैंक के बावजूद आरोपी को कैसे मिला एडमिशन, कौन बचा रहा है? कोलकाता गैंगरेप केस में BJP ने उठाए सवाल
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में आरोपी जैब अहमद के कम रैंक के बावजूद एडमिशन मिलने पर राजनीतिक बवाल मचा है. बीजेपी ने ममता सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने और शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाया है.

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में 24 साल की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. आरोपी जैब अहमद के कॉलेज में दाखिले को लेकर अब सियासी घमासान तेज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दावा किया है कि जैब की खराब रैंक के बावजूद लॉ कॉलेज में दाखिला मिल गया, जबकि कई मेधावी छात्र इससे वंचित रह गए. इस पूरे घटनाक्रम ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है.
बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि आखिर इस आरोपी को किसकी शह पर कॉलेज में जगह मिली? बीजेपी का कहना है कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को राजनीतिक हस्तक्षेप के जरिए बर्बाद किया जा रहा है और अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है.
'2634वीं रैंक वाले को कैसे मिला दाखिला?'
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि जैब अहमद को CULET-UG 2024 में 2634वीं रैंक के बावजूद साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में दाखिला मिल गया, जबकि इससे बेहतर रैंक वाले योग्य छात्रों को प्रवेश नहीं मिल पाया. आगे कहा कि ये कॉलेज कलकत्ता यूनिवर्सिटी से संबद्ध है और ये घटना दर्शाती है कि ममता बनर्जी का बंगाल अब कानून का मजाक बन चुका है, जहां अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है.
'उसे सीट किसने दी, कौन उसे बचा रहा है?'
अमित मालवीय ने आगे पूछा कि जैब अहमद को इस लॉ कॉलेज में दाखिला किसने दिया? कौन उसे बचा रहा है? हमें जवाब चाहिए... और तुरंत चाहिए. बीजेपी द्वारा गठित चार सदस्यीय फैक्ट-फाइंडिंग टीम सोमवार को कोलकाता पहुंची. इस टीम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल सिंह, मीनाक्षी लेखी, सांसद बिप्लब देब और मनन कुमार मिश्रा शामिल हैं. टीम ने घटनास्थल का मुआयना करने की कोशिश की, लेकिन साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज और राज्य के मुख्य सचिव से मिलने की अनुमति नहीं दी गई.
इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है- मनोजीत मिश्रा (31), जैब अहमद (19), प्रमित मुखोपाध्याय (20), और पिनाकी बनर्जी (55). शुक्रवार को पीड़िता की मेडिकल जांच रिपोर्ट ने रेप की पुष्टि की, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है.
जबरन रोककर बनाया गया वीडियो
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वो कॉलेज टेस्ट के लिए फॉर्म भरने गई थी, लेकिन उसे यूनियन रूम में जबरन रोक लिया गया. एक आरोपी ने शादी से इनकार करने पर पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया, जबकि दो अन्य छात्रों ने दरवाजे पर पहरा दिया और इस हैवानियत का वीडियो मोबाइल से रिकॉर्ड किया.


