ATS की पूछताछ में कबूला: ISI के इशारे पर फैला रहा था यूपी में तबाही का नेटवर्क
रामपुर से गिरफ्तार शहजाद ने कबूला कि वह पाक खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम करता था. उसने एटीएस को बताया कि यूपी में कई जगह आतंकी हमले की साजिश थी, जिसे जल्द अंजाम दिया जाना था। शहजाद ने अपने कई साथी एजेंटों की जानकारी भी साझा की है.

उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट शहजाद ने एटीएस (ATS) की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. शहजाद ने न केवल अपने नेटवर्क के एजेंटों की जानकारी दी है, बल्कि यह भी कबूला है कि उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और इसे जल्द अंजाम दिया जाना था.
शहजाद ने कबूला है कि वह व्हाट्सएप के ज़रिए सीधे पाक खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा हुआ था. जब एटीएस ने कॉल डिटेल और चैट दिखाए तो वह टूट गया. पूछताछ में उसने बताया कि आईएसआई के इशारे पर वह कास्मेटिक और आर्टिफिशियल ज्वेलरी की आड़ में तस्करी कर रहा था और भारत से पाकिस्तान को खुफिया जानकारियाँ भेजता था. यही नहीं, वह अन्य जासूसों को फंडिंग भी करता था.
अपने ही परिचितों को बनाया एजेंट
शहजाद ने स्वीकारा कि उसने अपने कई परिचितों को भी इस नेटवर्क में शामिल किया. उसने उन्हें अधिक रकम का लालच देकर फंसाया और खुफिया जानकारियाँ जुटाने में उनकी मदद ली. इन एजेंटों ने सेना से जुड़े इलाकों में छोटे दुकानदारों और चाय होटल वालों से संपर्क बनाकर जानकारी इकट्ठा की.
रणनीतिक संस्थानों पर नजर
शहजाद ने बताया कि यह नेटवर्क देश के कई महत्वपूर्ण संस्थानों पर नजर रखे हुए था और उनकी गतिविधियों को पाकिस्तान भेजता था. एटीएस यह भी जांच कर रही है कि किन-किन जगहों से जानकारी लीक की गई और इसमें कितने लोग शामिल थे.
रकम को लेकर गोलमोल जवाब
पूछताछ के दौरान जब शहजाद से पैसे को लेकर सवाल किया गया, तो उसने स्वीकारा कि उसे रकम मिली थी लेकिन कितनी और कब, इस पर वह टालमटोल करता रहा. उसने यह बताया कि छोटी रकम एजेंटों के खातों में ट्रांसफर की गई और कई बार उसे नकद भी मिला, जिसे उसने अन्य जासूसों तक पहुंचाया.
देशभर में एजेंट सक्रिय
एटीएस सूत्रों के अनुसार शहजाद से मिली जानकारी के आधार पर जल्द ही एक टीम उसे लेकर दिल्ली, रामपुर और अन्य जिलों में जाएगी, ताकि उसके नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके.
हनीट्रैप से कनेक्शन की जांच
एटीएस यह भी जांच कर रही है कि क्या शहजाद का कोई संबंध पहले हनीट्रैप में फंसे एजेंटों से था. फिरोजाबाद और कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के कर्मचारियों को फंसाने के लिए जिस महिला ने खुद को नेहा शर्मा बताया था, उसके नेटवर्क से कोई लिंक होने की आशंका है. शहजाद की गिरफ्तारी से आतंकी नेटवर्क का एक बड़ा सिरा उजागर हुआ है. एटीएस अब इस मामले को विस्तार से खंगाल रही है और कोर्ट से रिमांड लेकर उससे और भी जानकारियाँ निकालने की तैयारी कर रही है.


