कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की बढ़ी मुश्किलें, दो EPIC मामले में चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को नई दिल्ली और जंगपुरा विधानसभा क्षेत्रों में दो EPIC नंबरों से पंजीकरण के चलते चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है. भाजपा ने इसे वोट चोरी का मामला बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है. खेड़ा ने व्यंग्य में कहा कि वे जवाब देंगे और आयोग से समान तत्परता की अपेक्षा करते हैं.

Voter ID controversy: कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विंग प्रमुख पवन खेड़ा को नई दिल्ली के जिला निर्वाचन कार्यालय ने एक नोटिस ने परेशान कर दिया है. ऐसा इसलिए, क्योंकि उनके दो अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों नई दिल्ली और जंगपुरा विधानसभा में मतदाता सूची में नाम दर्ज पाया गया. यही मौका भाजपा ने एक व्यक्ति के दो EPIC नंबर के आरोप को तूल देने के लिए पकड़ा.
दो EPIC नंबर
नोटिस में बताया गया है कि पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय चुनावी फ़ोटो पहचान पत्र (EPIC) नंबर SJЕ0755967 और XHC1992338 रजिस्टर हैं. इस संबंध में निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी ने बताया कि एक व्यक्ति का दो विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में पंजीकृत होना जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 के तहत दंडनीय अपराध है.
जवाब देने की समयसीमा
नोटिस में पवन खेड़ा को 8 सितंबर सोमवार सुबह 11 बजे तक जवाब देने के लिए कहा गया है. उन्हें यह बताना होगा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए. पवन खेड़ा ने इस पर हंसते हुए और व्यंग्य करते हुए कहा कि मैं जवाब दूंगा और उम्मीद करता हूं कि चुनाव आयोग वैसी ही तत्परता दिखाएगा जैसी उसने मुझे नोटिस भेजने में दिखाई.
भाजपा ने लगाए थे आरोप
पवन खेड़ा के पास दो एक्टिव एपिक नंबर होने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह चुनाव कानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने राहुल गांधी को भी लपेटे में लेते हुए कहा कि वह वोट चोरी के आरोप लगा रहे हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि चुनाव नियमों का उल्लंघन कांग्रेस के ही कई नेता कर रहे हैं. अमित मालवीय ने नागरिकता मिलने से पहले ही सोनिया गांधी के वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल कराने का भी आरोप लगाया.
मेरी जगह कौन वोट डाल रहा है?
भाजपा के आरोप पर पवन खेड़ा ने कहा था कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मेरी जगह कौन वोट डाल रहा है? उसकी मैं सीसीटीवी फुटेज चाहता हूं. उन्होंने दावा किया कि 2016 में वहां से शिफ्ट हो गया था और वोटर लिस्ट से अपना नाम हटवाने के लिए आवेदन किया था. फिर अब तक वहां मेरा नाम क्यों है? पवन खेड़ा ने कहा कि यही सवाल हम चुनाव आयोग से पूछ रहे हैं. चुनाव आयोग से लिस्ट मांगने पर भी कांग्रेस को नहीं मिलती, लेकिन बीजेपी नेताओं और चुनाव आयोग के पास है.


