कोरोना फिर सताने लगा! चंडीगढ़ में पहली मौत से मचा हड़कंप, अस्पतालों में अलर्ट जारी
चंडीगढ़ में कोरोना से पहली मौत ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है, जिससे टेस्टिंग और निगरानी बढ़ा दी गई है. देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,010 है, जिनमें केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा मंडराने लगा है. ताजा मामलों में तेजी के बीच चंडीगढ़ से एक चिंताजनक खबर सामने आई है. यहां सेक्टर-32 स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (GMCH-32) में कोरोना संक्रमित एक मरीज की मौत हो गई. ये इस साल चंडीगढ़ में कोविड-19 से हुई पहली मौत है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है.
मृतक व्यक्ति लुधियाना में मजदूरी करता था और उत्तर प्रदेश के फिरोजपुर जिले का निवासी था. उसे कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद चंडीगढ़ रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद चंडीगढ़ सहित पंजाब, हरियाणा और आसपास के राज्यों में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है.
चंडीगढ़ में कोरोना से पहली मौत की पुष्टि
सरकारी मेडिकल कॉलेज, चंडीगढ़ में भर्ती 40 वर्षीय मरीज राजकुमार की कोविड संक्रमण के चलते मौत हो गई. उसे चार दिन पहले भर्ती किया गया था और मंगलवार को उसका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया था. अस्पताल में उसे कोविड वार्ड में आइसोलेशन में रखा गया था, जहां इमरजेंसी के लिए दो वेंटिलेटर भी तैनात किए गए थे. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि मरीज में कोरोना का नया JN.1 वेरिएंट था या नहीं.
स्वास्थ्य विभाग सतर्क, संपर्कों की जांच शुरू
राजकुमार की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उन्हें ट्रैक किया जा रहा है. इसके साथ ही, आइसोलेशन व निगरानी की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. इस समय पंजाब में कोरोना के केवल तीन सक्रिय मामले हैं, लेकिन पहली मौत ने चिंता बढ़ा दी है.
मोहाली में भी मिला एक केस
हाल ही में मोहाली में हरियाणा की यमुनानगर निवासी एक महिला कोविड संक्रमित पाई गई थी. इस पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बयान दिया था कि राज्य में एक भी कोरोना मरीज नहीं है. लेकिन अब चंडीगढ़ में हुई मौत और मोहाली में सामने आए केस ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.
PGI और GMCH-32 में बढ़ाई गई सतर्कता
चंडीगढ़ के PGI और GMCH-32 अस्पताल में कोविड सैंपलिंग और आइसोलेशन व्यवस्थाओं को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है. टेस्टिंग बढ़ा दी गई है और संभावित कोविड लहर से निपटने के लिए वार्ड, दवाइयों और ऑक्सीजन स्टॉक की समीक्षा की जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश दिए हैं कि वे अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर, आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर और जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें. मंगलवार को हरियाणा में फरीदाबाद और गुरुग्राम में कुल 3 नए केस सामने आए हैं, जिससे राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 16 हो गई है.
देश में कोविड की मौजूदा स्थिति
28 मई तक देश में कुल 1,010 सक्रिय कोविड मामले हैं. हालांकि ये आंकड़ा पहले की तुलना में कम है, लेकिन केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली और कर्नाटक जैसे राज्यों में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है. केरल में सबसे ज्यादा 430 सक्रिय मामले हैं, जो कुल मामलों का करीब 40% है. महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली में 104 सक्रिय केस हैं.
विशेषज्ञों की सलाह: घबराएं नहीं, सतर्क रहें
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञों ने जनता से घबराने के बजाय सतर्क और सावधान रहने की अपील की है. मास्क पहनना, हाथ धोना, भीड़ से बचना और समय-समय पर टेस्ट कराना ही इस समय सबसे कारगर उपाय माने जा रहे हैं.


