क्या कोविड वैक्सीन से जुड़ा है हार्ट अटैक का खतरा? AIIMS-ICMR की नई स्टडी ने किया खुलासा
देशभर में युवाओं में अचानक हार्ट अटैक से मौतों के बढ़ते मामलों ने लोगों के बीच चिंता पैदा कर दिया है. सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से फैल रहा है कि कोविड-19 वैक्सीन इन मौतों का कारण हो सकता है. जिसके बाद ICMR और AIIMS ने एक अध्ययन के बाद इन दावों को खारिज कर दिया है.

COVID-19 Vaccine: ICMR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी (NIE) द्वारा मई से अगस्त 2023 तक 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में एक मल्टीसेंट्रिक मैच्ड केस-कंट्रोल स्टडी की गई. इस स्टडी का नाम था "Factors associated with unexplained sudden deaths among adults aged 18–45 years in India." जिसके बाद यह साफ हो गया कि कोविड-19 वैक्सीन से इन मौतों का कोई संबंध नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी सफाई
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को इस बात को साफ किया कि कोविड-19 वैक्सीन और हार्ट अटैक के कारण होने वाली अचानक मौतों के बीच कोई संबंध नहीं है. मंत्रालय ने कहा, "ICMR और AIIMS द्वारा किए गए व्यापक अध्ययनों ने निर्णायक रूप से स्थापित किया है कि कोविड-19 टीकों और अचानक मृत्यु के बीच कोई संबंध नहीं है. मौतों के पीछे जेनेटिक्स, जीवनशैली, पहले से मौजूद बीमारियां, और कोविड के बाद की जटिलताएं जैसे कारक जिम्मेदार हो सकते हैं.
अफवाहों का अंत और वैक्सीन पर भरोसा
स्टडी ने उन सभी भ्रामक दावों को गलत साबित कर दिया है जो कोविड वैक्सीन को हार्ट अटैक का कारण बता रहे थे. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बिना ठोस सबूत के ऐसे दावे करना न केवल गलत है, बल्कि यह वैक्सीन के प्रति लोगों का विश्वास कम कर सकता है. वैज्ञानिकों ने कहा कि कोविड वैक्सीन ने महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाई है और यह पूरी तरह सुरक्षित है.
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
ICMR और AIIMS की इस स्टडी ने साफ कर दिया है कि कोविड-19 वैक्सीन का हार्ट अटैक या अचानक मौतों से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बजाय, इसलिए हमें अपनी जीवनशैली पर ध्यान देने और पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं का समय पर इलाज कराने की जरूरत है। यह स्टडी न केवल वैक्सीन की सुरक्षा को पुख्ता किया बल्कि लोगों को अफवाहों से बचने और वैज्ञानिक तथ्यों पर भरोसा करने की भी सलाह दिया।


