क्या एक साथ दोनों इंजन फेल होने से क्रैश हुआ एयर इंडिया का प्लेन? AAIB की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा
एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट AI-171 के हादसे की शुरुआती जांच में दोनों इंजनों के एक साथ फेल होने की आशंका जताई गई है. 12 जून को टेक-ऑफ के तुरंत बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज पर गिरा, जिसमें 270 लोगों की मौत हुई. AAIB की रिपोर्ट में तकनीकी खराबी को हादसे की संभावित वजह बताया गया है.

Air India Plane Crash: एयर इंडिया की अहमदाबाद-लंदन उड़ान AI-171 के भीषण हादसे में अब तक की सबसे बड़ी जानकारी सामने आई है. प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि विमान के दोनों इंजन एक साथ फेल हो गए थे, जिसके चलते यह खतरनाक दुर्घटना हुई. 12 जून को टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज की छत पर जा गिरा, जिससे 270 लोगों की जान चली गई.
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि टेक्निकल खराबी, खासकर दोनों इंजनों की एक साथ असफलता, इस हादसे का मुख्य कारण हो सकती है. अगर यह बात साबित होती है, तो यह दोहरे इंजन फेल होने का दुर्लभ मामला होगा.
फ्लाइट सिमुलेशन में नहीं हुआ हादसा
AAIB द्वारा किए गए एक फ्लाइट सिमुलेशन में, टेक-ऑफ के समय विमान की वही स्थिति रखी गई जो हादसे के वक्त थी जिसमें लैंडिंग गियर बाहर था और विंग फ्लैप्स हटाए गए थे. लेकिन सिमुलेशन में विमान क्रैश नहीं हुआ, जिससे साफ हुआ कि फ्लाइट कंट्रोल सेटिंग्स दुर्घटना का कारण नहीं थीं.
RAT के एक्टिव होने से दोहरे इंजन फेल का संकेत
जांचकर्ताओं ने यह भी पुष्टि की कि विमान का राम एयर टर्बाइन (RAT) क्रैश से कुछ सेकंड पहले एक्टिव हो गया था. यह डिवाइस केवल तब एक्टिव होती है जब दोनों इंजन फेल हो जाते हैं. इससे दोहरे इंजन फेल होने की संभावना और मजबूत हुई है.
टेक-ऑफ के बाद विमान ने ऊंचाई नहीं पकड़ी
AAIB द्वारा जांचे गए वीडियो फुटेज से यह भी सामने आया है कि विमान टेक-ऑफ के बाद ऊंचाई नहीं पकड़ सका और फिर सीधे नीचे की ओर गिरने लगा. यह पैटर्न भी इंजन फेल होने की तरफ इशारा करता है.
हादसे का शिकार हुआ विमान दो जनरल इलेक्ट्रिक (GE) इंजनों से लैस था. AAIB अब इस बात की जांच कर रही है कि कहीं ईंधन में मिलावट, इलेक्ट्रिकल खराबी या इंजन कंट्रोल सिस्टम में गड़बड़ी तो इसका कारण नहीं बनी. GE ने फिलहाल जांच पूरी होने तक कोई टिप्पणी करने से इनकार किया है. एयर इंडिया ने भी अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार
AAIB की आधिकारिक रिपोर्ट अभी आना बाकी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि अब जांच का पूरा फोकस तकनीकी गड़बड़ी, खासकर दोनों इंजनों पर केंद्रित हो गया है. यदि दोनों इंजन एक साथ फेल हुए, तो यह एक अत्यंत दुर्लभ और गंभीर तकनीकी विफलता मानी जाएगी.
हादसे में कुल 270 की मौत, दोहरी जांच जारी
AI-171 फ्लाइट 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद एक मेडिकल कॉलेज की इमारत पर गिर गई थी. हादसे में 241 यात्रियों सहित 270 लोगों की जान चली गई, जिनमें कई मेडिकल कॉलेज के छात्र भी शामिल थे.
घटना के बाद दो समानांतर जांचें चल रही हैं AAIB तकनीकी कारणों की पड़ताल कर रही है, वहीं गृह सचिव की अध्यक्षता में एक अलग समिति प्रशासनिक और अन्य संभावित चूकों की जांच कर रही है.


