ट्रंप ने हथियारों की बड़ी खेप पर लगाई रोक, यूक्रेन को अमेरिका से नहीं मिलेगी मदद?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को भेजे जा रहे हथियारों की एक अहम खेप पर रोक लगा दी है. पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जेलेंस्की को इन्हें भेजने वादा किया था. इस फैसले से रूस से जूझ रहे यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है. खासकर तब जब देश पर हाल ही में अब तक के सबसे बड़े हवाई हमले हुए हैं.

Trump Halt Ukraine Weapons: अमेरिका में सत्ता परिवर्तन के बाद अब विदेश नीति में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को भेजे जाने वाले हथियारों की एक अहम खेप को रोक दिया है, जिसे पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देने का वादा किया था. इस खेप में PAC-3 पैट्रियट मिसाइल सिस्टम, 155mm आर्टिलरी राउंड्स, GMLRS, स्टिंगर, AIM-7 और हेलफायर मिसाइलें शामिल थीं.
व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि अमेरिका ने कुछ हथियारों की सप्लाई रोक दी है, क्योंकि कीव के लिए भेजे जा रहे हथियार अमेरिका के अपने भंडार पर असर डाल रहे थे. डिफेंस डिपार्टमेंट की समीक्षा में सामने आया कि कई प्रमुख हथियारों की संख्या अमेरिका में अब निचले स्तर पर पहुंच चुकी है.
अमेरिका ने क्यों रोकी यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई?
ट्रंप प्रशासन का यह फैसला ऐसे समय आया है जब रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े हवाई हमले शुरू किए हैं. बाइडेन प्रशासन ने युद्धग्रस्त यूक्रेन को हथियारों की लगातार मदद देने का वादा किया था, लेकिन अब ट्रंप ने अपनी प्राथमिकताएं बदल दी हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डिफेंस डिपार्टमेंट द्वारा की गई समीक्षा में यह पाया गया कि कुछ हथियारों का स्टॉक बेहद कम हो गया है और ऐसे में उनकी सप्लाई को फिलहाल रोका जाना जरूरी है.
व्हाइट हाउस ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता अन्ना केली ने एक बयान में कहा, "यह निर्णय अमेरिका के हितों को पहले रखने के लिए लिया गया है. हमने अपनी वैश्विक सैन्य सहायता की समीक्षा की और उसके आधार पर यह फैसला किया गया है."
उन्होंने आगे कहा, "अमेरिका की सैन्य ताकत पर कोई सवाल नहीं उठा सकता बस ईरान से पूछ लीजिए." यह बयान हाल ही में ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिका द्वारा किए गए मिसाइल हमलों के संदर्भ में दिया गया.
पेंटागन की समीक्षा में क्या सामने आया?
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि पेंटागन की समीक्षा में पता चला कि अमेरिका के पास कुछ जरूरी हथियारों का स्टॉक बेहद सीमित है. इस कारण फिलहाल कुछ हथियारों की खेप भेजना संभव नहीं है.
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सीन पारनेल ने कहा, "अमेरिका की सेना पहले से कहीं ज्यादा तैयार और सक्षम है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस में पेश टैक्स कट और डिफेंस बजट प्रस्ताव से अमेरिका के हथियार और रक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने में मदद मिलेगी.
जेलेंस्की से मुलाकात के बाद बदली रणनीति?
पिछले सप्ताह NATO समिट के दौरान ट्रंप की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाकात हुई थी. उस दौरान ट्रंप ने संभावित पैट्रियट मिसाइल डिलीवरी का संकेत भी दिया था. ट्रंप ने कहा था, "वे एंटीमिसाइल मिसाइलें चाहते हैं, जैसा कि वे उन्हें कहते हैं," जो स्पष्ट रूप से पैट्रियट मिसाइलों की ओर इशारा था. लेकिन अब जिस तरह से ट्रंप प्रशासन ने हथियारों की सप्लाई रोकी है, उससे यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है, खासकर तब जब रूस की ओर से बमबारी तेज हो गई है.


