ऑपरेशन सिंदूर के बाद डिफेंस सेक्टर को मिलेगा बिग बूस्ट, सरकार इतना बजट बढ़ाने पर कर रही विचार
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत ने पाकिस्तान को सैन्य रूप से बड़ा संदेश दिया है. इसके चलते केंद्र सरकार रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी पर विचार कर रही है, जिससे रक्षा खर्च 7 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है. यह बजट सैन्य आधुनिकीकरण, स्वदेशी हथियारों, मिसाइल प्रणाली, ड्रोन और काउंटर-ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे भार्गवस्त्र के विकास में खर्च होगा. आकाश मिसाइल और संयुक्त सैन्य संचालन ने भारत की रणनीतिक क्षमता को और मजबूत किया है.

भारत द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसे भारत की सैन्य क्षमता का भी वास्तविक अंदाज़ा लगवा दिया. इस अभियान में आतंकवादी ठिकानों के साथ-साथ पाकिस्तान की सैन्य संपत्तियों को भी निशाना बनाया गया, जिससे उसकी हवाई ताकत को गंभीर क्षति पहुंची.
रक्षा बजट में 50 हजार करोड़ की वृद्धि
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और बढ़ते सुरक्षा खतरों को देखते हुए केंद्र सरकार अब रक्षा बजट में 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी पर विचार कर रही है. यह प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया है, जिसे संसद के शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इससे भारत का कुल रक्षा बजट पहली बार 7 लाख करोड़ रुपये के पार जा सकता है, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
अब तक का सबसे बड़ा रक्षा बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करते हुए रक्षा मंत्रालय में पहले ही 6.81 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले वर्ष के 6.22 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 9.2% अधिक है. यदि प्रस्तावित अतिरिक्त फंड को मंजूरी मिल जाती है, तो यह दर्शाता है कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा और सैन्य आधुनिकीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है.
उन्नत हथियारों की खरीद पर होगा खर्च
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह अतिरिक्त बजट अनुसंधान एवं विकास, अत्याधुनिक हथियारों की खरीद, और गोला-बारूद के भंडार को मजबूत करने में खर्च किया जाएगा. इसके अंतर्गत भारत नए लड़ाकू विमान, मिसाइल प्रणालियाँ, और उन्नत ड्रोन तकनीक भी प्राप्त कर सकता है. यह निर्णय देश को संभावित खतरों से निपटने के लिए और अधिक सक्षम बनाएगा.
स्वदेशी तकनीकों की भूमिका और एयर डिफेंस सिस्टम
ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की स्वदेशी तकनीकों की ताकत को भी उजागर किया है. इसमें विशेष रूप से आकाश मिसाइल प्रणाली का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा, जिसे कई विशेषज्ञ इज़रायल के आयरन डोम के समकक्ष मानते हैं. सेना, वायुसेना और नौसेना के संयुक्त संचालन ने भारत की समन्वित सैन्य रणनीति को और अधिक मजबूत बना दिया है.
भार्गवस्त्र: भारत का नया काउंटर-ड्रोन सिस्टम
इस रक्षा मजबूती की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है भार्गवस्त्र – एक नया काउंटर-ड्रोन सिस्टम, जिसे हाल ही में ओडिशा के गोपालपुर में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. यह माइक्रो-रॉकेट तकनीक पर आधारित ‘हार्ड किल’ मोड में काम करता है और हवाई खतरों को बेअसर करने की क्षमता रखता है. इसकी तैनाती से भारत की हवाई सुरक्षा और अधिक सशक्त होगी.


