इस दिवाली राजधानी में 50% तक घट गया Air Pollution, दिल्लीवासियों ने ली राहत की सांस
इस दिवाली दिल्ली में वायु प्रदूषण पिछली बार की तुलना में कम रहा, लेकिन AQI अब भी 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है. कुछ इलाकों में AQI 400 पार कर गया. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत सीमित समय में ही हरित पटाखे जलाने की अनुमति दी गई.

दिवाली की रात दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर इस बार पिछली दिवाली के मुकाबले कम दर्ज किया गया, जिससे राजधानी के नागरिकों को थोड़ी राहत जरूर मिली है. हालांकि, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अब भी 'बहुत खराब' से 'गंभीर' श्रेणी के बीच बना हुआ है, जो चिंताजनक है.
इस बार कम जहरीली रही दिल्ली की हवा
सोमवार रात दिवाली मनाने के बाद मंगलवार सुबह लगभग 5 बजे दिल्ली का एक्यूआई 300 से 350 के बीच रहा. यह आंकड़ा पिछले साल 31 अक्टूबर 2024 की दिवाली रात की तुलना में लगभग आधा है, जब AQI 600 से 900 तक पहुंच गया था. इस बार द्वारका सेक्टर में AQI 338, बुराड़ी में 387, आईजीआई एयरपोर्ट पर 299, पड़पड़गंज में 343, मुंडका में 350, आनंद विहार और चांदनी चौक दोनों में 341, मंदिर मार्ग में 328 और ITO में 347 दर्ज किया गया. लोधी रोड पर AQI 315 और पुसा में 351 रहा.
कुछ क्षेत्रों में अब भी गंभीर हालात
सुबह 6 बजे के आसपास कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई. बवाना में AQI 418, वजीरपुर में 408, जहांगीरपुरी में 404, बुराड़ी क्रॉसिंग और शादीपुर दोनों में 393, द्वारका में 389 और आनंद विहार में 352 दर्ज किया गया. सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली का औसत AQI 346 रहा.
पिछली दिवाली के मुकाबले स्थिति बेहतर
पिछले साल की तुलना करें तो दिवाली की रात दिल्ली-एनसीआर में AQI 900 से भी ऊपर चला गया था. वैशाली में 911 और कड़कड़डूमा में 806 दर्ज किया गया था. लगभग हर क्षेत्र में एक्यूआई 600 के ऊपर था. इस लिहाज से इस बार की दिवाली कम जहरीली रही, लेकिन हालात अब भी सामान्य नहीं कहे जा सकते.
दिवाली के दिन 34 में से 31 स्टेशन 'रेड जोन' में
इस वर्ष दिवाली के दिन सीपीसीबी के 38 निगरानी स्टेशनों में से 34 स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' या 'गंभीर' श्रेणी में रही. शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 345 रहा, जो ‘बहुत खराब’ माना जाता है. रविवार को यह 326 था. द्वारका में AQI 417, अशोक विहार में 404, वजीरपुर में 423 और आनंद विहार में 404 दर्ज किया गया.
आगे की स्थिति
निर्णय समर्थन प्रणाली (DSS) के अनुसार, दिवाली के दिन दिल्ली में प्रदूषण में 15.6% योगदान वाहनों का और 23.3% योगदान औद्योगिक व अन्य स्रोतों का रहा. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पहले ही GRAP के दूसरे चरण के नियम लागू कर दिए थे.
हरित पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट की शर्तें
सुप्रीम कोर्ट ने 15 अक्टूबर को शर्तों के साथ दिल्ली-एनसीआर में हरित पटाखों की बिक्री और उपयोग की अनुमति दी थी. दिवाली से एक दिन पहले और त्योहार के दिन सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे और फिर रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखे जलाने की अनुमति थी.


