दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली, कई जगहों पर 400 के पार पहुंचा AQI...GRAP-2 लागू
Delhi air pollution: दिवाली के दिन दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ स्तर पर पहुंच गई है. कई इलाकों में AQI 400 पार कर गया. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हरित पटाखों और पारंपरिक तरीकों से त्योहार मनाने की अपील की. GRAP के दूसरे चरण के तहत सख्त प्रतिबंध लागू किए गए हैं.

Delhi air pollution: इस बार भी दिवाली के पावन अवसर पर राजधानी दिल्ली जहरीली हवा की चपेट में है. आज 20 अक्टूबर 2025 को दिवाली मनाई जा रही है, लेकिन दिल्ली-NCR की वायु गुणवत्ता पहले से ही ‘बहुत खराब’ स्थिति में पहुँच चुकी है. देर रात तक पटाखों के चलते हालात और खराब हो सकते हैं, खासकर जब हवाएं शांत हों और प्रदूषण वातावरण में जमें.
कई क्षेत्रों में हवा हुई ‘रेड जोन’ में
दिल्ली के कई क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है. प्रदूषण नियंत्रण एजेंसियों ने अलर्ट जारी कर दिया है और कड़ी पाबंदियां लागू की गई हैं, फिर भी कई इलाके ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किए जा रहे हैं. राजधानी के प्रमुख स्थान जैसे इंडिया गेट, लाल किला, कर्तव्य पथ और कनॉट प्लेस भी जहरीली हवा से प्रभावित हैं. दिल्ली के नौ से अधिक इलाकों में एक्यूआई (AQI) 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खतरनाक माना जाता है.
आनंद विहार में AQI 400 पार
दिवाली की सुबह 3 बजे के आंकड़ों के अनुसार, आनंद विहार का AQI 413 रहा, जो इसे ‘गंभीर’ श्रेणी में डालता है. अन्य क्षेत्रों की बात करें तो-
- आर.के. पुरम में AQI 365
- वजीरपुर में AQI 388
- विवेक विहार में AQI 375
- द्वारका में AQI 337
- रोहिणी में AQI 342
- ITO में AQI 336
इन सभी आंकड़ों से साफ है कि दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अपील
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से आग्रह किया है कि दिवाली को शांति और स्वच्छता के साथ मनाएं. उन्होंने लोगों से हरित पटाखों के इस्तेमाल की अपील की और साथ ही दीये, रंगोली और मिठाइयों के माध्यम से पारंपरिक उत्सव मनाने को कहा. रेखा गुप्ता ने कहा कि दिवाली प्रकाश का त्योहार है, इसे शांति और भाईचारे के साथ मनाएं, ताकि हम प्रदूषण के दुष्परिणामों से बच सकें.
GRAP के तहत दूसरा चरण लागू
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने ग्रैप (GRAP) के दूसरे चरण के तहत सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए हैं. यह निर्णय केंद्रीय एजेंसियों द्वारा प्रदूषण के स्तर की समीक्षा और आगामी दिनों के मौसम पूर्वानुमानों के आधार पर लिया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और IITM की रिपोर्टों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता और अधिक बिगड़ सकती है.


