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दिल्ली में दीवाली के बाद हवा हुई जहरीली, ये हैं राजधानी के 10 सबसे प्रदूषित इलाके, जानें AQI का ताजा अपडेट

Delhi AQI Update: दिवाली की रात आतिशबाजी के रंगीन धमाकों ने दिल्ली के आसमान को तो रोशन किया, लेकिन वायु गुणवत्ता को 'रेड जोन' में धकेल दिया.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Delhi AQI Update: राजधानी दिल्ली दिवाली के एक दिन बाद मंगलवार सुबह एक बार फिर जहरीली धुंध की चादर में लिपटी नजर आई. जहां दीपावली की रात रोशनी से जगमगाई, वहीं अगली सुबह दिल्लीवालों के लिए दमघोंटू हवा और गंभीर प्रदूषण लेकर आई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार सुबह 8 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. दिल्ली के अधिकांश मॉनिटरिंग स्टेशनों ने प्रदूषण स्तर को 'रेड जोन' में रिकॉर्ड किया.

टॉप 10 सबसे प्रदूषित इलाके

इन क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर 'गंभीर' और 'बहुत खराब' की श्रेणी में रहा:-

क्षेत्र            AQI         श्रेणी
बवाना        427         गंभीर

वज़ीरपुर      408         गंभीर
अलीपुर       408         गंभीर
जहांगीरपुरी    407         गंभीर
बुराड़ी क्रॉसिंग  402       गंभीर
शादिपुर          399        बहुत खराब
अशोक विहार  391      बहुत खराब
पंजाबी बाग     376           बहुत खराब

अन्य इलाकों का हाल

दिल्ली के कई प्रमुख क्षेत्रों में भी AQI 300 से ऊपर दर्ज किया गया:-

  • आनंद विहार: AQI 360

  • दिलशाद गार्डन: AQI 357

  • ओखला फेज-2: AQI 353

  • ITO: AQI 347

  • लोधी रोड: AQI 327

  • JLN स्टेडियम: AQI 318

  • IGI एयरपोर्ट क्षेत्र: AQI 313

  • नॉर्थ कैंपस, दिल्ली विश्वविद्यालय: AQI 363

दिवाली से पहले ही बिगड़ने लगी थी हवा

दिवाली से पहले ही दिल्ली की हवा में लगातार गिरावट देखी जा रही थी. ग्रैप (GRAP) के स्टेज 2 के लागू होने के बावजूद दिवाली की रात AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया. खासकर आनंद विहार और वजीरपुर जैसे इलाकों में स्थिति बेहद खराब रही.

सुप्रीम कोर्ट ने दी थी हरित पटाखों की सीमित अनुमति

15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में 18 से 20 अक्टूबर के बीच ग्रीन पटाखों के उपयोग की अनुमति दी थी. हालांकि, यह इजाजत कुछ शर्तों के साथ थी.

  • NCR के बाहर से पटाखे लाना मना था

  • केवल सीमित समय स्लॉट (6-7 बजे व 8-10 बजे) में ही फोड़ने की इजाज़त थी

  • यह एक संतुलित दृष्टिकोण है जो पर्व मनाने की परंपरा और पर्यावरण संरक्षण दोनों को ध्यान में रखता है, सुप्रीम कोर्ट

  • लेकिन दिवाली की रात तय समय से बाहर भी पटाखे फोड़े गए, जिससे कई इलाकों में PM 2.5 का स्तर मानक से 29 गुना ज्यादा रिकॉर्ड किया गया.

हर साल दिवाली के बाद बिगड़ती है हवा

दिल्ली में सर्दी के आगमन के साथ ही वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता है. दिवाली के बाद पटाखों का धुआं, पराली जलने और मौसमीय परिस्थितियों के कारण हवा और अधिक जहरीली हो जाती है.

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21 October 2025, 11:49 AM IST

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