दिल्ली में हवा हुई ‘बहुत खराब’: जानें कौन-कौन से GRAP-4 के रूल अब स्टेज-3 में होंगे लागू, WFH भी शामिल
दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है, और अब इससे निपटने के लिए CAQM ने एक नया आईडिया निकाला है. शॉर्ट-टर्म ग्रेप मेजर, यानी अब प्रदूषण जब चरम पर पहुंचेगा, तुरंत सख्त कदम उठाए जाएंगे. जैसे ट्रकों की एंट्री रोकना, निर्माण कार्य बंद करना, और जरूरत पड़े तो स्कूल-ऑफिस तक बंद.

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में खराब होती हवा की गुणवत्ता को देखते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) में बड़े पैमाने पर बदलाव लागू कर दिए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के कुछ दिनों बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने स्पष्ट किया है कि अब स्टेज-4 की कई पाबंदियां सीधे स्टेज-3 के दौरान ही लागू होंगी. यानी बेहद गंभीर स्थिति की चेतावनियां अब उससे पहले ही लागू हो जाएंगी, ताकि हवा और ज्यादा खराब होने से रोकी जा सके.
दिल्ली में लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हवा और आने वाले दिनों में गंभीर स्तर तक गिरावट की चेतावनी के बीच यह कदम बेहद अहम माना जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने 19 नवंबर को टिप्पणी की थी कि CAQM को हितधारकों से परामर्श कर हवा की गुणवत्ता और बिगड़ने से रोकने के लिए “प्रोएक्टिव कार्रवाई” करनी चाहिए. इसी निर्देश के बाद GRAP के सभी चरणों को पुनर्गठित किया गया.
क्या है नया बदलाव? स्टेज-4 की पाबंदियां अब स्टेज-3 में लागू
CAQM के अनुसार नई व्यवस्था में:-
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स्टेज-4 की सलाह अब स्टेज-3 में लागू होगी (AQI 401-450)
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स्टेज-3 के कदम अब स्टेज-2 में लागू होंगे (AQI 301-400)
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स्टेज-2 की पाबंदियां स्टेज-1 में लागू होंगी (AQI 201-300)
इसका मतलब है कि वायु प्रदूषण काबू में रखने के लिए पहले से सख्त उपाय अब हवा खराब होने के शुरुआती चरण में ही लागू किए जाएंगे.
GRAP-4 से कौन-कौन से कदम अब GRAP-3 का हिस्सा?
11 नवंबर से दिल्ली-NCR में पहले से ही GRAP-3 लागू है. अब जिन GRAP-4 निर्देशों को स्टेज-3 में शामिल किया गया है, उनमें शामिल हैं:-
NCR राज्य सरकारें और दिल्ली सरकार यह निर्णय लें कि क्या सरकारी, नगर निगम और निजी दफ्तरों में
50% कर्मचारी कार्यालय में और बाकी वर्क फ्रॉम होम पर काम करें. केंद्र सरकार अपने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम पर उपयुक्त फैसला ले सकती है. ये उपाय पहले सिर्फ तब लागू होते थे जब AQI 450 से ऊपर चला जाता था.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार शनिवार दोपहर 1:30 बजे दिल्ली का AQI 367 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. एक दिन पहले AQI 392 था, यानी मामूली सुधार के बावजूद हवा लगातार एक हफ्ते से अधिक समय से गंभीर रूप से प्रदूषित बनी हुई है.
उधर, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की Air Quality Early Warning System ने चेतावनी दी है कि दिल्ली का AQI अगले छह दिनों में फिर से ‘गंभीर’ स्तर में पहुंच सकता है और हवा ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी के बीच बनी रह सकती है.


