दिल्ली में सुबह-सुबह दर्दनाक हादसा! तेज रफ्तार स्विफ्ट झुग्गियों में घुसी, 19 साल का ड्राइवर बना दो लोगों की मौत की वजह, तीन घायल
New Delhi: तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार को टक्कर मारी और फिर झुग्गियों में जा घुसी... दो लोगों की मौत, तीन घायल... कार चला रहा था सिर्फ 19 साल का लड़का! पूरा मामला जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे – आखिर कब थमेगी रफ्तार की ये लापरवाही?

New Delhi: दिल्ली की सड़कों पर रफ्तार एक बार फिर मौत बनकर टूटी. राजधानी के जनकपुरी इलाके में बुधवार सुबह एक भीषण सड़क हादसे ने दो जिंदगियां लील लीं और तीन लोगों को अस्पताल पहुंचा दिया. घटना ने न सिर्फ लोगों की नींद उड़ाई बल्कि सवाल भी खड़े कर दिए कि आखिर शहर में तेज रफ्तार पर लगाम कब लगेगी. इस हादसे में सबसे हैरान करने वाली बात ये रही कि कार चला रहा युवक सिर्फ 19 साल का था. इस हादसे ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के दिल में डर बैठा दिया है.
क्या हुआ था हादसे में?
घटना सुबह करीब 3:30 बजे जनकपुरी थाना क्षेत्र के पंखा रोड पर हुई. जानकारी के मुताबिक, एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार पहले एक साइकिल सवार को टक्कर मारती है और फिर बेकाबू होकर सड़क किनारे बनी झुग्गियों में जा घुसती है. इस दिल दहला देने वाले हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत घटना स्थल पर पहुंच गए.
हादसे के बाद का मंजर
घटना के बाद इलाके में भारी भगदड़ मच गई. झुग्गियों में रहने वाले लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए. पुलिस ने तुरंत घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है. वहीं कार चला रहे 19 साल के युवक को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है कि वो इतनी सुबह कार लेकर कहां जा रहा था और क्या उसने शराब पी रखी थी.
लोगों में गुस्सा और डर
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंखा रोड पर रात के समय तेज रफ्तार गाड़ियों की आवाजाही आम बात है. कई बार शिकायतें भी की गईं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस हादसे ने प्रशासन की लापरवाही को फिर से उजागर कर दिया है.
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
जनकपुरी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और कार के मालिक, चालक के ड्राइविंग लाइसेंस, और गाड़ी की स्पीड को लेकर जांच शुरू कर दी है. पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि कार चोरी की थी या युवक का खुद का वाहन था. ये हादसा एक बार फिर हमें ये सोचने पर मजबूर करता है कि शहर में रफ्तार पर लगाम कब लगेगी? क्या 19 साल के युवाओं को इतनी तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने की इजाजत होनी चाहिए?
जब तक जिम्मेदारी नहीं समझी जाएगी और कानून का पालन नहीं होगा, दिल्ली की सड़कें इसी तरह बेगुनाहों के खून से लाल होती रहेंगी.