बद्रीनाथ धाम में फोटो खींचने को लेकर श्रद्धालु आपस में भीड़े,पुलिस ने संभाला मामला
बद्रीनाथ धाम में फोटो खींचने को लेकर श्रद्धालु मुख्य गेट के सामने आपस में भीड़ गए. दोनो गुटों में जमकर हाथापाई भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने मामला को शांत कराया.

Badrinath Dham News: बद्रीनाथ धाम, उत्तराखंड का पवित्र तीर्थ स्थल, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु भगवान बद्री विशाल के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. जहां एस बार एक घटना चर्चा का मुद्दा बन गया है. मंदिर परिसर में फोटो खींचने को लेकर दो पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक और झड़प हो गई. जिसके बाद माहौल काफी बिगड़ गया। पुलिस ने तुरंत मामला को शांत किया और दोनों पक्षों को समझाकर अलग-अलग किया। इस घटना ने तीर्थयात्रियों के बीच अनुशासन और मंदिर परिसर में नियमों के पालन की आवश्यकता को एक बार फिर सामने किया है।
विवाद का कारण
बद्रीनाथ धाम में मंगलवार को उस समय माहौल तब खराब हो गया, जब मंदिर परिसर में दो समूहों के बीच फोटो खींचने को लेकर बहस शुरू हो गई। वहा मौजूद लोगों के अनुसार, एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर मंदिर के पवित्र स्थल पर फोटो खींचने का आरोप लगाया, जिसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते बहस हाथापाई में बदल गई।
पुलिस की कारवाई
घटना की सूचना मिलते ही बद्रीनाथ पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को अलग किया और स्थिति को शांत कराया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमने दोनों पक्षों को समझाया और मंदिर परिसर में शांति बनाए रखने की अपील की। किसी भी तरह की हिंसा करने की सक्त हिदायत दिया". घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से परिसर में शांति और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि मंदिर में फोटो खींचने पर प्रतिबंध है और सभी तीर्थयात्रियों को नियमों का पालन करना होगा। एक मंदिर के कर्मचारी ने कहा, "हम सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हैं कि वे मंदिर की पवित्रता का सम्मान करें और नियमों का पालन करें।"
श्रद्धालुओं में जागरूकता की जरूरत
यह घटना मंदिर परिसर में नियमों के प्रति जागरूकता पर सवाल खड़ा करती है। बद्रीनाथ धाम जैसे पवित्र स्थानों पर श्रद्धालुओं को न केवल अपनी भक्ति बल्कि मंदिर के नियमों और अन्य तीर्थयात्रियों के प्रति सम्मान का भी ध्यान रखना चाहिए। ऐसी घटनाएं तीर्थयात्रा के अनुभव को प्रभावित करती हैं और मंदिर की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।


