चुनाव आयोग किसी को बचा रहा है...प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने ECI पर फोड़ा ठीकरा
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए चुनाव आयोग पर नया आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी को बचा रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कि 1 हफ्ते के अंदर सबूत दे, नहीं तो देश के युवा ये मान लेंगे कि चुनाव आयोग संविधान की हत्या करने वालों के साथ है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जोरदार आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे भारत में लाखों मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश की जा रही है. उन्होंने दावा किया कि उनके पास इस बारे में 100 प्रतिशत सबूत हैं और वे कोई भी बात बिना सबूत के सार्वजनिक नहीं करेंगे. उन्होंने इसे वोट चोरी का हाइड्रोजन बम करार दिया.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए चुनाव आयोग पर नया आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी को बचा रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग कि 1 हफ्ते के अंदर सबूत दे, नहीं तो देश के युवा ये मान लेंगे कि चुनाव आयोग संविधान की हत्या करने वालों के साथ है.
अलंद विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण
राहुल गांधी ने कर्नाटक के अलंद क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां किसी ने 6,018 वोट मिटाने की कोशिश की. उन्होंने आरोप लगाया कि यह संख्या असली आंकड़ों से कहीं अधिक हो सकती है. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ये प्रयास उन बूथों को निशाना बनाकर किए गए जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में थी.
फर्जी लॉगिन और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल
राहुल गांधी ने 'गोदाबाई' नाम की महिला का उदाहरण देते हुए बताया कि किसी ने उनके नाम पर फर्जी लॉगिन बनाकर 12 वोटरों के नाम हटाने का प्रयास किया. उन्होंने मोबाइल नंबरों को साझा किया जो कर्नाटक से नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से जुड़े थे. राहुल गांधी ने सवाल उठाया कि इन नंबरों को किसने और कैसे ऑपरेट किया, और ओटीपी जनरेट किसने किया.
तेजी से हटाए गए वोट
एक और उदाहरण में राहुल गांधी ने सूर्यकांत नामक व्यक्ति का जिक्र किया, जिन्होंने 14 मिनट में 12 मतदाताओं के वोट डिलीट किए. इसके अलावा, नागराज नामक व्यक्ति ने केवल 38 सेकंड में दो फॉर्म भर दिए, जिसे राहुल गांधी ने “मानवीय रूप से असंभव” बताया. उन्होंने मंच पर सूर्यकांत और बबीता चौधरी को भी बुलाया.
कॉल सेंटर का आरोप
राहुल गांधी ने दावा किया कि यह साजिश केंद्रीयकृत रूप से की गई और इसमें राज्य के बाहर के मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ. उन्होंने कहा कि यह एक सुनियोजित कॉल सेंटर ऑपरेशन था, जिसमें बूथ के पहले मतदाता का नाम सुनिश्चित करने की तकनीक का इस्तेमाल किया गया.
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर सीधे आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक सीआईडी ने पिछले डेढ़ साल में 18 बार चुनाव आयोग को इस मामले में पत्र भेजे, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिला. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने इस गंभीर मामले में जानकारी साझा करने से इनकार किया.
मतदाता सूची में अनियमितताएं
राहुल गांधी की यह दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है. 7 अगस्त को उन्होंने पहले भी चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ मिलीभगत कर वोट चोरी करने का आरोप लगाया था. तब कांग्रेस ने महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,000 से अधिक फर्जी मतदाता प्रविष्टियों और अन्य अनियमितताओं की जानकारी सार्वजनिक की थी. राहुल गांधी ने कहा कि ये अनियमितताएं केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं, बल्कि महाराष्ट्र और हरियाणा में भी देखी गई हैं.


