हरियाणा-दिल्ली के बीच यमुना के पानी को लेकर छिड़ा युद्ध, चुनाव से पहले क्या होगा फैसला?
दिल्ली की यमुना नदी पर राजनीतिक चर्चाएं बढ़ गई हैं. क्या आप जानते हैं कि भारत की सबसे स्वच्छ नदियां कौन सी हैं? आज हम आपको उन शहरों के बारे में जानकारी देंगे, जहां की नदियों का पानी अत्यंत स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त है.

Yamuna Pollution: दिल्ली और हरियाणा के बीच यमुना नदी को लेकर विवाद गहरा गया है. राजनीतिक बयानबाजी तेज हो चुकी है और मामला अब कोर्ट तक पहुंच चुका है. इस बीच, क्या आप जानते हैं कि भारत की सबसे स्वच्छ नदियां कौन-सी हैं? आइए, इस रिपोर्ट में जानते हैं कि देश के किन शहरों में सबसे स्वच्छ नदी का पानी बहता है.
यमुना को लेकर क्यों छिड़ा विवाद?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने यमुना में जहर मिलाया है. इस बयान के बाद हरियाणा सरकार ने आपत्ति जताई और कोर्ट का रुख किया. हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान करार देते हुए कहा कि इससे जनता में अनावश्यक डर पैदा हो सकता है. मंत्री ने यह भी कहा कि "प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी इसी यमुना का पानी पीते हैं, तो क्या हरियाणा उन्हें जहरीला पानी देगा?" उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह के आरोपों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
भारत की सबसे स्वच्छ नदियां कौन-सी हैं?
यमुना की गंदगी और प्रदूषण के बीच यह जानना जरूरी हो जाता है कि देश में कौन-सी नदियां सबसे स्वच्छ मानी जाती हैं. यहां उन नदियों की सूची दी गई है जो आज भी अपनी स्वच्छता के लिए जानी जाती हैं.
1. उमनगोट नदी (मेघालय)
मेघालय की उमनगोट नदी को भारत की सबसे साफ नदी माना जाता है. इस नदी का पानी इतना निर्मल और पारदर्शी है कि इसके अंदर मौजूद पत्थर तक साफ दिखते हैं. यह नदी पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में स्थित है और इसे स्थानीय भाषा में "खड़ौं नदी" भी कहा जाता है.
2. चंबल नदी (राजस्थान-मध्यप्रदेश)
राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच बहने वाली चंबल नदी भी भारत की सबसे स्वच्छ नदियों में गिनी जाती है. इस नदी के किनारे कम औद्योगीकरण होने के कारण इसमें प्रदूषण बहुत कम है.
3. तीस्ता नदी (सिक्किम-पश्चिम बंगाल)
तीस्ता नदी की लंबाई 309 किलोमीटर है और यह सिक्किम को पश्चिम बंगाल से अलग करती है. इस नदी का पानी बेहद साफ रहता है और इसे उत्तर-पूर्व की सबसे सुंदर नदियों में से एक माना जाता है.
4. ब्रह्मपुत्र नदी (असम)
ब्रह्मपुत्र नदी न केवल भारत की सबसे चौड़ी नदी है, बल्कि यह अपनी प्राकृतिक स्वच्छता के लिए भी जानी जाती है. असम में बहने वाली इस नदी के पानी को नवजीवन देने वाला माना जाता है.
5. तुईपुई नदी (भारत-म्यांमार सीमा)
भारत और म्यांमार की सीमा से बहने वाली तुईपुई नदी भी अपनी सफाई के लिए प्रसिद्ध है. यह नदी सीमावर्ती राज्यों की जीवन रेखा मानी जाती है और स्थानीय समुदाय इस नदी की पवित्रता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
बता दें कि जहां एक ओर यमुना का जल प्रदूषण और राजनीतिक विवाद का कारण बन चुका है, वहीं दूसरी ओर भारत में कई ऐसी नदियां हैं जो आज भी अपनी स्वच्छता और पवित्रता के लिए जानी जाती हैं. यदि बड़े शहरों में भी नदी संरक्षण के प्रयासों को गंभीरता से लिया जाए, तो यमुना जैसी नदियां भी फिर से स्वच्छ हो सकती हैं.


