सिंधु से सिंदूर तक... भारत के वो 15 प्रहार जिससे हिल गया पाकिस्तान
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 15 बड़े और निर्णायक कदम उठाए. इनमें सिंधु जल संधि तोड़ना, चेनाब नदी का पानी रोकना, पाकिस्तान से आयात-निर्यात बंद करना, सैन्य और कूटनीतिक संबंधों में कटौती और 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम शामिल हैं.

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को जवाब देने के लिए सिर्फ कड़ी निंदा तक खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि 15 ऐसे निर्णायक कदम उठाए जिनसे पाकिस्तान बुरी तरह झुंझला उठा है. आतंकवाद के खिलाफ भारत ने कूटनीति, सैन्य रणनीति और जल नीति समेत हर स्तर पर मोर्चा खोल दिया.
इन 15 दिनों में भारत की ओर से उठाए गए हर एक्शन ने पाकिस्तान की नींव हिला दी. कभी पानी रोककर, तो कभी आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके भारत ने साफ कर दिया कि अब वह सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि निर्णायक कार्रवाई से जवाब देगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने जो रणनीति अपनाई, वह पाकिस्तान को अलग-थलग करने के साथ-साथ उसे घरेलू और वैश्विक मंचों पर घुटनों पर लाने में कामयाब रही.
भारत के कदम से पाकिस्तान का निकला दम
1. सिंधु जल संधि समाप्त: भारत ने सिंधु जल संधि को तोड़ते हुए पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रोक दिया. इस कदम से पाकिस्तान में पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है. पाकिस्तान यूएन का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है.
2. व्यापारिक और द्विपक्षीय समझौते रद्द: भारत ने पाकिस्तान से सभी व्यापारिक और द्विपक्षीय समझौते खत्म कर दिए. पाकिस्तान को करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ है क्योंकि उसका सामान भारत के रास्ते अब नहीं जा पा रहा है.
3. चेनाब नदी का पानी रोका: भारत ने चेनाब नदी का जल प्रवाह भी रोक दिया है. इससे पाकिस्तान की कई नदियां सूखने लगी हैं, जिससे कृषि और पेयजल संकट गहरा गया है.
4. वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग किया: भारत ने कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की नीति अपनाई. इसका नतीजा ये हुआ कि कोई भी बड़ा देश पाकिस्तान के समर्थन में खुलकर नहीं आया.
5. पाकिस्तान से आयात पर पूर्ण प्रतिबंध: भारत ने पाकिस्तान से होने वाले सभी आयातों पर रोक लगा दी. तरबूज, सीमेंट, सेंधा नमक, ड्राइ फ्रूट्स समेत कई उत्पादों का आयात अब बंद कर दिया गया है.
6. डाक सेवा पर प्रतिबंध: इतिहास में पहली बार भारत ने पाकिस्तान के साथ डाक सेवा बंद की, जिससे दोनों देशों के बीच संपर्क के एक महत्वपूर्ण माध्यम पर रोक लग गई.
7. पाकिस्तानी जहाजों की नो एंट्री: भारत ने अपनी समुद्री सीमा में पाकिस्तानी जहाजों की एंट्री पर रोक लगा दी. पाकिस्तान बांग्लादेश को सामान नहीं पहुंचा पा रहा है.
8. सैन्य सलाहकारों को निकाला: भारत ने पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को देश से बाहर कर दिया. इससे दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव और बढ़ गया.
9. झेलम नदी का जल छोड़ा गया: भारत ने झेलम नदी का पानी छोड़ दिया, जिससे पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद इलाके में बाढ़ आ गई. लोग घर छोड़ने को मजबूर हो गए.
10. यूनाइटेड नेशन में भारत का प्रहार: 5 मई को यूएन बैठक में भारत ने पाकिस्तान की आतंकी भूमिका को उजागर किया. सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों ने भी पाकिस्तान पर सवाल उठाए.
11. मुस्लिम देशों का भी समर्थन नहीं मिला पाकिस्तान को: पहलगाम हमले के समय प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब में थे. सऊदी ने हमले की कड़ी निंदा की, जिससे पाकिस्तान को मुस्लिम देशों से भी समर्थन नहीं मिल पाया.
12. वैश्विक राजदूतों से साझा की जानकारी: भारत ने नई दिल्ली में सभी देशों के राजदूतों को बुलाकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के सबूत साझा किए, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि और खराब हुई.
13. पाकिस्तान का बाजार बैठा: भारत के कड़े रुख और तनावपूर्ण माहौल के चलते कराची स्टॉक एक्सचेंज लगातार गिरता रहा. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति और बिगड़ गई.
14. सलाल और बघलियार डैम बंद किए: भारत ने इन दोनों डैम्स से पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रोक दिया, जिससे पीने के पानी और बिजली आपूर्ति पर बड़ा असर पड़ा.
15. ऑपरेशन सिंदूर के तहत सर्जिकल स्ट्राइक: भारत ने 7 मई को एलओसी पार कर ऑपरेशन सिंदूर के तहत सर्जिकल स्ट्राइक की. इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए, और पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब मिल गया.


