'गरीब रथ एक्सप्रेस' का नाम नहीं बदलेगा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का बड़ा बयान
Garib Rath Train Name Change: देश की सबसे सस्ती और पूरी तरह एसी सुविधा वाली ट्रेनों में शामिल ‘गरीब रथ एक्सप्रेस’इन दिनों एक बार फिर चर्चा में है. सोशल मीडिया से लेकर संसद तक इस ट्रेन के नाम को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. वहीं, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में इस मुद्दे पर स्थिति पूरी तरह साफ कर दी है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय को 'गरीब रथ' का नाम बदलने को लेकर अब तक कोई भी औपचारिक प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है.

Ashwini Vaishnaw: भारतीय रेलवे की सबसे किफायती पूरी एसी सुविधा वाली ट्रेनों में से एक, 'गरीब रथ एक्सप्रेस', एक बार फिर चर्चा में है. इस ट्रेन का नाम बदलने को लेकर उठते सवालों के बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में इस विषय पर स्थिति स्पष्ट कर दी है. उन्होंने साफ कहा कि मंत्रालय को अभी तक 'गरीब रथ' का नाम बदलने को लेकर कोई औपचारिक प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है.
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला द्वारा उठाए गए सवाल में इस ट्रेन के नाम को ‘स्वाभिमान और आत्मसम्मान’ के मुद्दे से जोड़ा गया था. उन्होंने कहा कि ‘गरीब रथ’ शब्द अब कुछ यात्रियों को अपमानजनक प्रतीत होने लगा है. ऐसे में रेल मंत्री का यह बयान साफ करता है कि सरकार की फिलहाल नाम बदलने की कोई योजना नहीं है.
नाम बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं- रेल मंत्री
लोकसभा में कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला द्वारा पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'रेल मंत्रालय को गरीब रथ ट्रेनों के नाम परिवर्तन को लेकर कोई भी औपचारिक प्रस्ताव या अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है.' उन्होंने बताया कि गरीब रथ ट्रेनों की शुरुआत एक सस्ती और एसी युक्त रेल सेवा के रूप में की गई थी और वर्तमान में ये उसी नाम से संचालित हो रही हैं. मंत्रालय की तरफ से इसके नाम में बदलाव को लेकर अभी कोई योजना नहीं है.
'गरीब रथ' नाम पर उठे सवाल
अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने सदन में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि आम जनता में इस ट्रेन के नाम को लेकर बढ़ती असहमति देखी जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में यह नाम कई यात्रियों को 'संवेदनशील और आत्मसम्मान के प्रतिकूल' लगने लगा है. उन्होंने पूछा कि क्या केंद्र सरकार मानती है कि ‘गरीब रथ’ शब्द, जो कभी सस्ती एसी यात्रा का प्रतीक था, अब उभरते मध्यवर्ग की आकांक्षाओं के अनुरूप नहीं रह गया है, विशेष रूप से अमृतसर जैसे शहरों के मेहनतकश लोगों के लिए जो नियमित रूप से इस ट्रेन से यात्रा करते हैं.
भारतीय रेलवे का फोकस
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे सभी वर्गों के यात्रियों को किफायती और बेहतर सेवा प्रदान करने पर लगातार ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा, 'जबकि गरीब रथ का नाम बदलने को लेकर कोई मांग प्राप्त नहीं हुई है, रेलवे ने वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत जैसी सेवाएं विकसित की हैं.'
वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत सेवाएं
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि रेलवे द्वारा हाल के वर्षों में कई आधुनिक सेवाएं शुरू की गई हैं.
वंदे भारत ट्रेनें: वर्तमान में 144 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं देश के ब्रॉड गेज इलेक्ट्रिफाइड नेटवर्क पर संचालित हो रही हैं.
अमृत भारत ट्रेनें: ये पूरी तरह से नॉन-एसी लेकिन अत्याधुनिक ट्रेनों की सेवा है, जो निम्न और मध्यम आय वर्ग के यात्रियों को ध्यान में रखकर शुरू की गई हैं. वर्तमान में 14 अमृत भारत ट्रेन सेवाएं चल रही हैं.
इनके कोच विन्यास में शामिल हैं:
11 जनरल क्लास कोच
8 स्लीपर क्लास कोच
1 पैंट्री कार
2 लगेज-कम-दिव्यांगजन कोच
नमो भारत रैपिड रेल: यह भविष्य की हाई-स्पीड इंटरसिटी यात्रा के लिए विकसित की गई सेवा है, जिसमें अत्याधुनिक सुरक्षा और सुविधाएं दी गई हैं.


