एल्विश यादव के घर पर फायरिंग मामले में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, पुलिस मुठभेड़ में आरोपी गिरफ्तार, पैर में लगी गोली
यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी विनर एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर फायरिंग के आरोपी इशांत उर्फ ईशू गांधी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद धर पकड़ लिया है. फिलहाल एल्विश और उनका परिवार पूरी तरह सुरक्षित है. और पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.

Elvish Yadav House Firing: बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता और चर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव के गुरुग्राम स्थित घर पर हुई गोलीबारी की घटना में फरीदाबाद पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने इस मामले में शामिल एक प्रमुख आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. 19 वर्षीय युवक ने पुलिस पर भी फायरिंग की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी और उसे घायल अवस्था में पकड़ा लिया गया. यह गिरफ्तारी एल्विश यादव के घर के बाहर हुई गोलीबारी के कुछ ही दिनों बाद हुई है. घटना के बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में थी अब पुलिस आरोपी की पृष्ठभूमि और गिरोह से उसके संबंधों की जांच कर रही है.
आरोपी कैसे हुआ घायल?
फरीदाबाद पुलिस के अनुसार, जवाहर कॉलोनी का रहने वाला इशांत उर्फ ईशू गांधी जब अपने गांव से लौट रहा था, तभी उसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने फरीदपुर रोड पर नाका लगा दिया. आरोपी की बाइक आते ही रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन उसने ऑटोमैटिक पिस्टल से पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं. पुलिस की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में सात राउंड गोलियां चलीं जिनमें से चार इशांत ने और तीन पुलिस ने चलाईं. एक गोली उसके पैर में लगी, जिसके बाद उसे पकड़ लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
नीरज फरीदपुरिया गैंग से जुड़ाव की पुष्टि
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इशांत का संबंध कुख्यात नीरज फरीदपुरिया गैंग से है. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि वह इस गैंग से कब से जुड़ा है और अब तक किन-किन आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है. जांच के दायरे में गिरोह के अन्य संभावित सदस्य भी आ सकते हैं.
एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग
रविवार को गुरुग्राम के सेक्टर 57 में एल्विश यादव के घर पर तीन बदमाशों ने मोटरसाइकिल से आकर ताबड़तोड़ 25-30 राउंड फायरिंग की, जिसमें गोलियां घर की ग्राउंड और पहली मंजिल पर जाकर लगीं. लेकिन इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ.
हमले के बाद एल्विश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी कर अपने प्रशंसकों को धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा
मैं आपकलोगों के शुभकामनाओं के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. मैं और मेरा परिवार सुरक्षित और स्वस्थ हैं. आपके विचारों और चिंताओं की मैं सचमुच सराहना करता हूं. धन्यवाद.
पिता ने बताया घटना की पूरी कहानी
एल्विश के पिता ने बताया कि घटना के समय पूरा परिवार सो रहा था. उन्होंने बताया कि जब हम सो रहे थे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार हमलावरों ने आकर गोलीबारी शुरू कर दी. तीन लोग थे और वे चेहरा ढ़के हुए थे. एक बाइक पर बैठा था, जबकि बाकी दो नीचे उतरे और गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने लगभग 25 से 30 राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गए. एल्विश को घटना से पहले कोई धमकी नहीं मिली थी. वह फिलहाल अपने काम से शहर से बाहर है.
हमले की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर ली गई
घटना के बाद एक सोशल मीडिया पोस्ट सामने आई, जिसमें खुद को हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया गैंग का सदस्य बताने वाले व्यक्ति ने हमले की जिम्मेदारी ली. पोस्ट में एल्विश यादव पर 'अवैध सट्टेबाजी ऐप्स' के प्रचार का आरोप लगाते हुए दो बंदूकों की तस्वीर साझा की गई थी और कैप्शन में लिखा था 'भाऊ गैंग 2020 से'.


