'IMF का कर्ज आतंकवादियों को समर्थन है', राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को फंडिंग देने पर उठाए गंभीर सवाल
Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को IMF द्वारा दी गई 2.1 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता की आलोचना की. उन्होंने इसे आतंकवाद के अप्रत्यक्ष समर्थन के रूप में बताया. सिंह ने IMF से पाकिस्तान को दी गई मदद पर पुनर्विचार करने की अपील की.

Rajnath Singh: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को IMF द्वारा 2.1 अरब डॉलर की सहायता देने की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इस वित्तीय सहायता को आतंकवाद को अप्रत्यक्ष समर्थन देने जैसा करार दिया है. रक्षा मंत्री का कहना है कि पाकिस्तान को दी जाने वाली इस मदद से आतंकवादी समूहों को मजबूती मिलती है जो भारतीय सीमा पर आतंकवादी हमले करने में शामिल होते हैं. राजनाथ सिंह ने वैश्विक संस्था IMF से पाकिस्तान को दी गई वित्तीय सहायता पर पुनर्विचार करने की अपील की है.
सिंह का यह बयान भुज एयरबेस, गुजरात में भारतीय वायुसेना के कर्मियों से बातचीत करते हुए आया, जहां उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भी अपने विचार साझा किए. उनके अनुसार, पाकिस्तान की वित्तीय सहायता केवल आतंकवाद को बढ़ावा देती है, और यह आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने में मदद करती है, जो भारतीय नागरिकों और सुरक्षा बलों के लिए खतरा साबित होती है.
IMF की मदद आतंकवाद का समर्थन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "IMF की सहायता पाकिस्तान के लिए अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवाद को बढ़ावा देती है. पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवादी समूहों को शरण देता है और उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करता है. ऐसे में IMF द्वारा दी गई सहायता को आतंकवादियों को मदद देने जैसा माना जाता है." उनका यह बयान पाकिस्तान के खिलाफ भारत के बढ़ते गुस्से और चिंताओं को दर्शाता है, जो लंबे समय से पाकिस्तान के आतंकी सरगनाओं के समर्थन के खिलाफ हैं.
भुज एयरबेस पर वायुसेना की भूमिका की सराहना
राजनाथ सिंह ने भुज एयरबेस पर तैनात वायुसेना कर्मियों की भी सराहना की, जिन्होंने पाकिस्तान के जवाबी हमलों का मजबूती से मुकाबला किया. उन्होंने कहा, "आपने देश को गर्व महसूस कराया. हमारी सेनाओं को केवल 23 मिनट ही लगे थे पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी लॉन्चपैड्स को नष्ट करने में." उनके अनुसार, भारतीय वायुसेना के कर्मियों ने पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइलों और ड्रोन को सफलतापूर्वक नष्ट किया, जिससे भारतीय सैन्य और नागरिक संपत्ति सुरक्षित रही.
पाकिस्तान को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय वित्तीय मदद पर भारत की चिंता
राजनाथ सिंह के बयान में पाकिस्तान को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सहायता, विशेष रूप से IMF के $2.1 बिलियन के कर्ज के संदर्भ में बढ़ती भारतीय चिंताओं को उजागर किया गया है. पाकिस्तान पर आरोप है कि वह आतंकवादी समूहों को समर्थन दे रहा है, और ऐसे में उसे मिलने वाली मदद को आतंकवाद को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है. भारत सरकार यह चाहती है कि अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं पाकिस्तान की आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली नीतियों को देखते हुए अपनी वित्तीय सहायता पर पुनर्विचार करें.
सिंह के बयान का असर ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भी देखा जा रहा है, जो भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ किया गया एक महत्वपूर्ण सैन्य जवाब था. इस ऑपरेशन का उद्देश्य पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ढांचों को नष्ट करना था, जो जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद शुरू किया गया था.


