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भारत की स्ट्राइक से खुली पाक की साजिश, सोशल मीडिया पर फैला रहा था जिहादी प्रोपेगेंडा

यू.के. चैनल ने सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल करके उन जगहों का पता लगाया, जहां से कई सोशल मीडिया अकाउंट्स ने आतंकी समूहों का समर्थन करने वाले वीडियो और पोस्ट शेयर किए थे. उनका भौगोलिक स्थान मुरीदके में पाया गया, जो उन आतंकी शिविरों में से एक था, जिन पर भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत हमला किया था.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत-पाक तनाव नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है. भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान के भीतर मौजूद आतंकी शिविरों पर घातक हमला किया था, जिसमें कई नागरिक ठिकानों और पवित्र स्थलों को भी निशाना बनाए जाने की खबरें आईं. इसी कड़ी में स्काई न्यूज की एक जांच रिपोर्ट ने पाकिस्तान स्थित जिहादी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है.

स्काई न्यूज ने ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को ट्रैक किया है, जो खुले तौर पर आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, अल-कायदा और उससे जुड़े ‘313 ब्रिगेड’ का समर्थन करते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, इन खातों की गतिविधियों और उनके साझा किए गए वीडियो की लोकेशन पाकिस्तान के मुरीदके इलाके से मेल खाती है. यह वही जगह है जो लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मानी जाती है और भारत ने पहलगाम हमले के कुछ ही दिन बाद इसे टारगेट किया था.

ऑपरेशन सिंदूर में उजागर हुई पाकिस्तान की सच्चाई

स्काई न्यूज की फॉरेंसिक जांच और उपग्रह चित्रों से यह स्पष्ट हुआ कि ये वीडियो और अकाउंट्स मुरीदके स्थित मरकज़ तैयबा से संचालित किए जा रहे थे. इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में TikTok, YouTube और Google शामिल हैं, जहां लश्कर और '313' ब्रिगेड का समर्थन करते हुए वीडियो डाले गए थे. कई वीडियो में युवा लड़कों को राइफलों और तलवारों के साथ दिखाया गया है. एक वीडियो में, हैशटैग “#313Jihad” के साथ बच्चों को मस्जिद के अंदर तलवारबाज़ी करते हुए दिखाया गया है, जिसमें लिखा है – "हम छोटे सैनिक हैं और हम गैर-काफ़िरों से लड़ते हैं."

आतंकी समर्थन वाली ऑनलाइन सामग्री मिली

TRAC (Terrorism Research and Analysis Consortium) की वरिष्ठ खुफिया विश्लेषक मुस्कान सांगवान ने बताया कि “ये युवा ‘313’ का उपयोग जिहादी पहचान के प्रतीक के रूप में कर रहे हैं.” स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के Terrorist Mapping Project के अनुसार, ‘313 ब्रिगेड’ में तालिबान, हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी, लश्कर-ए-झांगवी, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों के सदस्य शामिल हैं. 313 ब्रिगेड को पहले भी पाकिस्तान में कई हाई-प्रोफाइल आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा चुका है.

पाकिस्तान की पोल फिर खुली

एक TikTok पोस्ट में लिखा गया है – “313 – अपने हथियार और गोला-बारूद लेकर आओ और युद्ध पर जाओ.” एक अन्य यूज़रनेम में सीधे लिखा है – “लश्कर तैयबा – मरकज़ तैयबा मुरीदके – 313 भाई ग्रुप – मुजाहिद फोर्स पीके.” मध्य पूर्व मीडिया रिसर्च संस्थान (MEMRI) ने स्काई न्यूज को बताया कि “यह दशकों से ज्ञात है कि लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके में है.”

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11 May 2025, 12:20 PM IST

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