INDIAN NAVY के युद्धपोत पहुंचे सिंगापुर, समुद्री सहयोग को मिलेगा नया बल
भारतीय नौसेना की ताकत और कूटनीतिक संबंधों को और मज़बूती देने के उद्देश्य से भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के चार युद्धपोत आईएनएस दिल्ली, सतपुड़ा, शक्ति और किलटन सिंगापुर के दौरे पर पहुँचे हैं. इन युद्धपोतों का नेतृत्व रियर एडमिरल सुशील मेनन कर रहे हैं, जो कि पूर्वी बेड़े के कमांडिंग अधिकारी हैं.

हाइलाइट
भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े के चार युद्धपोत आईएनएस दिल्ली, सतपुड़ा, शक्ति और किलटन सिंगापुर के दौरे पर पहुँचे हैं. इन जहाज़ों का नेतृत्व रियर एडमिरल सुशील मेनन, जो कि पूर्वी बेड़े के कमांडिंग अधिकारी हैं, कर रहे हैं. सिंगापुर पहुँचने पर नौसेना के जवानों का स्वागत रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी और भारत के उच्चायोग ने गर्मजोशी से किया. यह दौरा भारतीय नौसेना की दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में चल रही ऑपरेशनल तैनाती का हिस्सा है.
दोस्ती को और मजबूत करने की तैयारी
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य भारत और सिंगापुर के बीच की समुद्री साझेदारी को और मजबूत करना है. इस दौरान दोनों देशों की नौसेनाएँ मिलकर कई पेशेवर गतिविधियाँ, साझा अभ्यास, और अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगी. इसके अलावा, नौसेना के अधिकारी स्थानीय शिक्षाविदों से चर्चा करेंगे और भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात भी करेंगे. इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक संबंध भी गहरे होंगे.
तीन दशक पुरानी नौसैनिक साझेदारी
भारत और सिंगापुर की नौसेनाओं के बीच पिछले 30 वर्षों से भी ज्यादा पुराना सहयोग है. दोनों देशों के बीच समय-समय पर संयुक्त अभ्यास, सीखने-सिखाने की प्रक्रियाएँ, और पारस्परिक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलते रहते हैं. इन सभी प्रयासों का उद्देश्य समुद्र में सुरक्षा बनाए रखना और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है.
दोनों देश समुद्री सुरक्षा को लेकर सजग
भारतीय नौसेना की यह तैनाती सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत संबंधों का प्रमाण है. यह दर्शाता है कि दोनों देश समुद्री सुरक्षा और सहयोग को लेकर कितने सजग और प्रतिबद्ध हैं. इस तरह की यात्राएँ क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं.


