क्या फिर डराने लगा कोरोना? 24 घंटे में 276 नए केस, 7 मौतें दर्ज
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. बीते 24 घंटों में 276 नए केस सामने आए, जिससे सक्रिय मरीजों की संख्या 4,302 हो गई. दिल्ली, यूपी और पश्चिम बंगाल में तेजी से मामले बढ़े हैं. वहीं, 3,281 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं.

देश में एक बार फिर कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी किए गए ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के मामलों में तेज़ी से उछाल आया है. देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब बढ़कर 4,302 हो चुकी है और इस दौरान कोरोना से सात लोगों की मौत भी दर्ज की गई है. इसके साथ ही देशभर में स्वास्थ्य महकमा सतर्क हो गया है और राज्यों को अलर्ट पर रखा गया है.
ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कोविड के केस तेजी से बढ़े हैं. पिछले 24 घंटे में अकेले दिल्ली में 64, उत्तर प्रदेश में 63 और पश्चिम बंगाल में 60 नए मामले सामने आए हैं. मंगलवार को देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 4,026 थी, जो अब बढ़कर 4,302 तक पहुंच गई है.
कहां कितने एक्टिव केस?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार:
केरल में सबसे अधिक 1,373 सक्रिय मामले हैं.
महाराष्ट्र में 510,
गुजरात में 461,
दिल्ली में 457,
पश्चिम बंगाल में 432,
कर्नाटक में 324,
तमिलनाडु में 216 और
उत्तर प्रदेश में 201 एक्टिव केस हैं.
हालांकि राहत की बात यह है कि इसी अवधि में 3,281 मरीज कोरोना से ठीक भी हुए हैं. अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी भी कम बनी हुई है.
कर्नाटक ने खोला 25-बेड का कोविड वार्ड
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए कर्नाटक के कालाबुरागी स्थित गुलबर्गा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ (GIMS) ने एहतियाती कदम उठाते हुए 25-बेड वाला कोविड वार्ड फिर से शुरू कर दिया है.
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिवकुमार सी.आर. ने बताया कि “हम पूरी तैयारी में हैं. इनमें पांच बेड ICU के लिए, पांच HDU, पांच प्रसव वाली महिलाओं के लिए और 10 सामान्य बेड शामिल हैं. ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है और टेस्टिंग लैब पूरी तरह से सक्रिय है.”
कोरोना टेस्टिंग और तैयारी पर जोर
डॉ. शिवकुमार ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से टेस्टिंग किट लगातार भेजी जा रही हैं और कोविड की जांच के लिए सभी सैंपल्स की टेस्टिंग जारी है. कोरोना के नए उभार को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर स्वास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद करने में लगी हुई हैं.
सतर्कता ही बचाव
हालांकि अभी अस्पतालों में भीड़ नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है. लोगों को मास्क पहनने, भीड़ से बचने और साफ-सफाई बनाए रखने की सलाह दी जा रही है. कोविड की रफ्तार अगर यूं ही बढ़ती रही, तो सरकार को फिर से कड़े कदम उठाने पड़ सकते हैं.


