score Card

सरकारी आवास खाली कर रहे जगदीप धनखड़, सोमवार से ये होगा नया ठिकाना... जानिए कब मिलेगा सरकारी बंगला ?

पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ दिल्ली के छतरपुर स्थित गदाईपुर फार्महाउस में अस्थायी रूप से शिफ्ट हो रहे हैं, क्योंकि उन्हें अभी तक सरकारी बंगला नहीं मिला है. शहरी विकास मंत्रालय ने उनके लिए टाइप-8 बंगला आवंटित किया है, जिसकी मरम्मत जारी है. जब तक बंगला तैयार नहीं होता, वे फार्महाउस में ही रहेंगे. बंगले की मरम्मत में लगभग तीन महीने लगने की संभावना है.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

Jagdeep Dhankhar Residence : पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अगले सप्ताह दिल्ली के छतरपुर स्थित गदाईपुर फार्महाउस में अस्थायी रूप से रहने के लिए शिफ्ट होने जा रहे हैं. सूत्रों की मानें तो शहरी विकास मंत्रालय से उन्हें अभी तक सरकारी बंगला आवंटित नहीं हुआ है, इसलिए जब तक उनका स्थायी आवास तैयार नहीं हो जाता, वे इसी फार्महाउस में रहेंगे. धनखड़ ने हाल ही में मंत्रालय को पत्र लिखकर नियमों के तहत बंगले के आवंटन की मांग की थी, जिसके बाद प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

बंगले की मरम्मत में लगेगा समय

दरअसल, शहरी विकास मंत्रालय के अधीन आने वाले डायरेक्टरेट ऑफ एस्टेट्स ने पूर्व उपराष्ट्रपति के लिए 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड स्थित टाइप-8 श्रेणी का सरकारी बंगला खाली कराया है. हालांकि, CPWD (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) द्वारा उपराष्ट्रपति सचिवालय को दी गई जानकारी के अनुसार, इस बंगले की मरम्मत और इंटीरियर कार्यों को पूरा होने में अभी लगभग तीन महीने का समय लग सकता है. इस कारण धनखड़ को तात्कालिक रूप से वैकल्पिक व्यवस्था में रहना पड़ रहा है.

परंपरा के अनुसार मिलती है सुविधा
परंपरा के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को दिल्ली के लुटियंस जोन में टाइप-8 श्रेणी का बंगला आवंटित किया जाता है. इसके अतिरिक्त, वे यदि चाहें तो अपने पैतृक स्थान पर दो एकड़ भूमि भी प्राप्त कर सकते हैं. यह सुविधाएं उन्हें कार्यकाल पूरा करने के बाद उपलब्ध कराई जाती हैं.

अचानक इस्तीफे के बाद शुरू हुई प्रक्रिया
गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में उपराष्ट्रपति पद संभाला था, लेकिन 21 जुलाई 2025 को उन्होंने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के बाद अब उनके लिए सरकारी आवास की आवंटन प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है. जब तक बंगला पूरी तरह से तैयार नहीं होता, छतरपुर का फार्महाउस ही उनका अस्थायी निवास बना रहेगा.

यह स्थिति एक बार फिर दर्शाती है कि उच्च पदों से सेवानिवृत्त होने वाले गणमान्य व्यक्तियों के लिए सुव्यवस्थित संक्रमण और समयबद्ध सुविधा उपलब्ध कराना प्रशासन के लिए एक जरूरी चुनौती बनी हुई है.

calender
31 August 2025, 01:45 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag