महिलाओं से छेड़छाड़, कैंपस हिंसा... कोलकाता गैंगरेप केस के आरोपी मनोजित मिश्रा का खौफनाक ट्रैक रिकॉर्ड, एक्स फ्रेंड ने किया बड़ा खुलासा
कोलकाता गैंगरेप केस में बड़ा खुलासा हुआ है. आरोपी मनोजित मिश्रा के पुराने साथी ने दावा किया है कि वह पहले भी महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और कॉलेज में हिंसा जैसी घटनाओं में शामिल रहा है. राजनीतिक पकड़ के चलते उस पर कभी सख्त कार्रवाई नहीं हो पाई.

Kolkata Gangrape Case: साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज की पहली वर्ष की छात्रा से गैंगरेप मामले में गिरफ्तार हुए मनोजित मिश्रा के खिलाफ अब एक और सनसनीखेज खुलासा सामने आया है. कॉलेज के ही एक पूर्व साथी ने दावा किया है कि मनोजित का महिलाओं के साथ बदसलूकी, हिंसा और डराने-धमकाने का लंबा इतिहास रहा है. वह लंबे समय से कॉलेज परिसर में आतंक का पर्याय बन चुका था, लेकिन राजनीतिक पहुंच के चलते उस पर कभी कार्रवाई नहीं हुई.
आरोपी मनोजित मिश्रा के पूर्व मित्र तितास मन्ना ने एक न्यूज चैनल को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि मनोजित मिश्रा कॉलेज में महिला छात्रों के साथ छेड़छाड़ और साथियों के साथ मारपीट के लिए कुख्यात था. वह त्रिणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (TMCP) से जुड़ा था और अपने राजनीतिक संपर्कों के जरिए हमेशा कार्रवाई से बचता रहा.
क्रिमिनल पास्ट और कैंपस में हिंसा
तितास मन्ना के मुताबिक, साल 2012 से वह और मनोजित TMCP के जरिए साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में एक-दूसरे के करीबी थे. लेकिन उसका रिश्ता 2013 की एक हिंसक घटना के बाद बिगड़ गया. तितास मन्ना ने बताया, "2013 में मनोजित ने एक कैटरिंग वर्कर पर चाकू से हमला किया था और उसकी उंगली काट दी थी, जिसके बाद उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ." इस घटना के बाद वह कुछ सालों तक कॉलेज से गायब रहा.
2016 में वह वापस कॉलेज लौटा, और माना जाता है कि मामला शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया था. 2017 में जब उसने फिर से छात्र राजनीति में लौटने की कोशिश की, तो TMCP नेतृत्व ने उसके आपराधिक रिकॉर्ड के कारण उसे अस्वीकार कर दिया. तितास ने बताया, "TMCP और छात्र संघ के सभी सदस्यों ने साफ कह दिया था कि वह क्लास कर सकता है, डिग्री पूरी कर सकता है, लेकिन यूनियन में कोई पद नहीं मिलेगा. ये बात उसे बिल्कुल पसंद नहीं आई."
दिसंबर 2017 में कॉलेज पर किया हमला
कुछ ही दिनों बाद, दिसंबर 2017 में मनोजित 30–40 समर्थकों के साथ कॉलेज में घुस आया और छात्र संघ के सदस्यों पर हमला किया. तितास ने बताया, "उस घटना के बाद कोई भी उसके साथ जुड़ना नहीं चाहता था. उसकी हरकतें और भी ज्यादा खतरनाक होती गईं लड़ाई-झगड़ा, छात्रों की पिटाई, जबरन वसूली, और दूसरों पर फर्जी केस दर्ज करवाना आम बात हो गई थी."
कॉलेज पर दहशत का राज
तितास ने बताया कि कॉलेज परिसर में "उसका आतंक का माहौल था" और TMCP ने कभी उसके व्यवहार को समर्थन नहीं दिया. इतितास ने बताया. उसने आगे बताया, "पार्टी ने कभी भी उसकी हरकतों को समर्थन नहीं दिया और पूर्व छात्र यूनिट अध्यक्ष ने उसकी गतिविधियों की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई थी." इसके बावजूद, कॉलेज में उसकी मौजूदगी और दबदबा बना रहा.
शिकायत करने से डरती थीं लड़कियां
तितास ने दावा किया कि कॉलेज के दौरान मनोजित कई बार महिलाओं को टारगेट बना चुका था, लेकिन ज्यादातर छात्राएं डर की वजह से शिकायत दर्ज नहीं कर पाती थीं. मनोजित को हाल ही में 25 जून को कॉलेज के गार्ड रूम में पहली वर्ष की छात्रा के साथ गैंगरेप के आरोप में दो अन्य छात्रों के साथ गिरफ्तार किया गया. मेडिकल जांच में जबरन संबंध, काटने और नाखूनों से चोट के निशान की पुष्टि हुई है.
जांचकर्ताओं के अनुसार, वारदात के दौरान मनोजित ने छात्रा के साथ बलात्कार किया जबकि दो अन्य आरोपी दर्शक बनकर साथ में खड़े रहे. तितास का यह भी दावा है कि मनोजित पहले भी एक महिला छात्रा के साथ इसी तरह की हरकत कर चुका है, लेकिन शिकायत न होने के कारण वह मामला कभी सामने नहीं आ सका.
ग्रेजुएशन के बाद भी मनोजित छात्र राजनीति में सक्रिय रहा और स्थानीय नेताओं व छात्रों के बीच एक अनौपचारिक सत्ता के दलाल के रूप में काम करता रहा. कॉलेज सूत्रों के अनुसार, उसके नाम कई शिकायतों में सामने आए, लेकिन उसकी राजनीतिक पकड़ और स्थानीय प्रभाव के चलते कभी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.


