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मुंबई में बना एशिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर, 15 जनवरी को PM मोदी करेंगे लोकार्पण

पीएम मोदी 15 जनवरी को नवी मुंबई के खारघर में बन रहे एशिया के दूसरे सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर का उद्घाटन करेंगे. इस खास मौके पर आइए आपको बताते हैं कि भारत समेत दुनियाभर में कितने इस्कॉन मंदिर हैं?

Ritu Sharma
Edited By: Ritu Sharma

Iskcon Temples: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 जनवरी को महाराष्ट्र के नवी मुंबई के खारघर में एशिया के दूसरे सबसे बड़े इस्कॉन मंदिर का लोकार्पण करेंगे. 9 एकड़ में फैले इस भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पिछले 12 वर्षों से जारी था, जो अब पूर्ण हो चुका है. यह मंदिर सफेद और भूरे संगमरमर के विशेष पत्थरों से बनाया गया है.

दुनियाभर में फैले इस्कॉन मंदिर

आपको बता दें कि इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के दुनियाभर में 650 से अधिक मंदिर हैं. यूरोप में इसके लगभग 135 मंदिर हैं, जिनमें सांस्कृतिक केंद्र भी शामिल हैं. स्पेन, इटली और फ्रांस जैसे देशों में कृष्ण भक्तों की संख्या काफी अधिक है. रूस में भी 30 से अधिक इस्कॉन केंद्र स्थापित हैं. बेल्जियम में स्थित इस्कॉन मंदिर भी प्रसिद्ध है.

नॉर्थ और साउथ अमेरिका में इस्कॉन मंदिर

वहीं आपको बता दें कि उत्तर अमेरिका में इस्कॉन के 56 मंदिर हैं, जबकि दक्षिण अमेरिका में लगभग 60 मंदिर मौजूद हैं. कनाडा में 12 इस्कॉन केंद्र स्थापित हैं. अफ्रीका में कुल 69 इस्कॉन केंद्र हैं, जिनमें डर्बन का केंद्र विशेष रूप से लोकप्रिय है. डर्बन में ही भारत के बाहर सबसे बड़ी रथ यात्रा का आयोजन होता है.

भारत में इस्कॉन मंदिरों की संख्या

बता दें कि भारत में इस्कॉन की शुरुआत 1966 में एसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने की थी. वर्तमान में भारत में 400 से अधिक इस्कॉन मंदिर और केंद्र स्थापित हैं. इनमें से प्रमुख मंदिर दिल्ली, वृंदावन, मायापुर, बैंगलोर और मुंबई में स्थित हैं.

एशिया के अन्य देशों में इस्कॉन

भारत के अलावा एशिया के अन्य देशों में भी इस्कॉन के करीब 80 केंद्र हैं. इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया और फिलीपींस के केंद्र प्रमुख हैं. हालांकि, इस्कॉन मंदिरों का वैश्विक विस्तार दर्शाता है कि भगवान कृष्ण की भक्ति और वैदिक संस्कृति किस प्रकार पूरी दुनिया में फैली हुई है.

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14 January 2025, 11:00 AM IST

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