महिंद्रा के कर्मचारी ने दी बीजेडी सांसद को रेप और जान से मारने की धमकी, मामला सामने आते ही आगबबूला हुई कंपनी
बीजेडी सांसद सुलता देव को महिंद्रा के कर्मचारी ने बलात्कार और हत्या की धमकी दी, जिसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर शिकायत दर्ज कराई. पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप है. महिंद्रा समूह ने जांच शुरू की है. कई सांसदों ने देव का समर्थन किया और मामले की गंभीरता पर चिंता जताई.

बीजू जनता दल (बीजद) की सांसद सुलता देव ने सोशल मीडिया पर धमकी मिलने का सनसनीखेज आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि महिंद्रा समूह के एक कर्मचारी ने उन्हें बलात्कार और हत्या की धमकियां दी हैं. साथ ही, देव ने पुलिस पर इस गंभीर मामले में कोई कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया है.
आरोपी की पहचान
इस पूरे मामले में जिस व्यक्ति पर आरोप लगा है, उसकी पहचान सत्यव्रत नायक के रूप में की गई है. उसके फेसबुक प्रोफाइल में लिखा है कि वह महिंद्रा की नासिक ब्रांच में कार्यरत है और स्वयं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कार्यकर्ता बताता है. देव ने इस व्यक्ति द्वारा भेजे गए आपत्तिजनक संदेशों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए. उन्होंने इन पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उद्योगपति आनंद महिंद्रा और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को टैग किया है. सांसद का सवाल – जब सांसद को धमकी मिल रही है, तो आम महिलाओं का क्या?
अपने ट्वीट में सुलता देव ने लिखा, "प्रिय प्रधानमंत्री कार्यालय, नासिक की महिंद्रा कंपनी का एक कर्मचारी और भाजपा कार्यकर्ता एक महिला सांसद को खुलेआम बलात्कार और हत्या की धमकी दे रहा है. यदि मेरे साथ यह हो रहा है, तो सोचिए ओडिशा की आम महिलाओं के साथ क्या होता होगा?" उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने अब तक इस मामले में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है और ना ही कोई गिरफ्तारी की गई है.
धमकी की वजह
देव को यह धमकी एक फेसबुक पोस्ट के बाद मिली, जिसमें उन्होंने पुरी की एक नाबालिग लड़की की मौत को लेकर ओडिशा सरकार से जवाब मांगा था. यह वही मामला है, जिसमें लड़की को अगवा कर जला दिया गया था और इलाज के दौरान दिल्ली के एम्स में उसकी मौत हो गई थी. देव ने लड़की के वायरल वीडियो बयान को लेकर सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए थे.
महिंद्रा ग्रुप का आया बयान
महिंद्रा समूह ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए बयान जारी किया है. कंपनी ने कहा, "हमें फेसबुक पर हमारे एक कर्मचारी द्वारा एक राजनीतिक नेता के खिलाफ अपमानजनक और अस्वीकार्य भाषा के प्रयोग की जानकारी मिली है. हम जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करते हैं और जांच शुरू कर दी गई है. यदि आरोप सही पाए गए, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी."
सांसदों का मिला समर्थन
सुलता देव ने महिंद्रा की प्रतिक्रिया पर संतोष जताया, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह यह मुद्दा संसद के मानसून सत्र में उठाएंगी. उन्होंने लिखा, "मैं चुप नहीं बैठूंगी. महिलाओं और बच्चों के खिलाफ इस मानसिकता से लड़ूंगी. मुझे उम्मीद है कि पुलिस और कानूनी एजेंसियां स्वतः संज्ञान लेंगी." इस मामले में तृणमूल सांसद सागरिका घोष और शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी देव का समर्थन किया है. उन्होंने इस घटना को अत्यंत शर्मनाक और चिंताजनक बताया.


