ममता बनर्जी ने अमित शाह पर PM की तरह काम करने का लगाया आरोप, 'मीर जाफर' जैसा विश्वासघात करने की चेतावनी
ममता बनर्जी ने अमित शाह पर “कार्यवाहक प्रधानमंत्री” जैसा व्यवहार करने और मतदाता सूची को प्रभावित करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने दार्जिलिंग बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्यों का व्यक्तिगत निरीक्षण करने का ऐलान किया.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार (8 अक्टूबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखी टिप्पणियां कीं और उन पर भारत के कार्यवाहक प्रधानमंत्री जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया. उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित इलाकों से लौटकर कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी कि शाह पर जरूरत से ज्यादा भरोसा न करें. उन्होंने कहा कि एक दिन शाह उनके “मीर ज़फ़र” बन सकते हैं, इशारा उस कुख्यात बंगाली सेनापति की ओर था, जिसने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन को स्थापित करने में मदद की थी.
चुनावी सियासत पर बनर्जी का गंभीर आरोप
चुनावी सियासत पर भी बनर्जी ने गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने भाजपा पर चुनाव वाले राज्यों में मतदाता सूचियों (SIR) के गहन पुनरीक्षण को प्रभावित करने का आरोप लगाया. बनर्जी का कहना था कि अमित शाह ने बंगाल की मतदाता सूची से लाखों नाम हटाने की खुलकर बात की थी. भारी बारिश, बाढ़ और त्योहारों के बीच केवल दो हफ्ते में मतदाता सूची का निष्पक्ष पुनरीक्षण करना असंभव है. उन्होंने मोदी से अपील की कि शाह पर आंख मूंदकर भरोसा न करें और सतर्क रहें. बनर्जी ने भाजपा पर अहंकार और तानाशाही के जरिए देश को बर्बाद करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में कई सरकारें देखी हैं, लेकिन इतनी तानाशाही और अहंकारी सरकार नहीं देखी.
उत्तर बंगाल में राहत कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगले सप्ताह वह दार्जिलिंग के भूस्खलन प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी. उन्होंने पहले से चल रहे राहत उपायों की समीक्षा की. बनर्जी ने कहा कि मिरिक में 500 राहत किट वितरित की गईं, लगभग 1,000 फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया और मिरिक में एक अस्थायी पुल का निर्माण शुरू किया गया है. रोहिणी क्षेत्र में दो नई सड़कें बनाई जा रही हैं, जबकि नागराकाटा में क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत की जा रही है.
हवाई किराए में वृद्धि पर चिंता
आपदा के बाद हवाई किराए में वृद्धि और असमान व्यवहार पर भी बनर्जी ने चिंता जताई. उन्होंने कहा कि बागडोगरा-कोलकाता हवाई किराया बढ़कर 18,000 रुपये और दिल्ली होकर लगभग 45,000 रुपये हो गया. उन्होंने केंद्र सरकार पर बंगाल के साथ “सौतेला व्यवहार” करने का आरोप लगाया, क्योंकि बिहार के लिए हवाई किराए में वृद्धि नहीं की गई.
दार्जिलिंग में भूस्खलन और बाढ़ से कम से कम 32 लोगों की मौत हुई, कई लापता हैं और हज़ारों लोग विस्थापित हुए. बनर्जी ने कहा कि वह मृतकों के परिवारों को नौकरी देने और पुनर्वास कार्यों की निगरानी करने के लिए अगले सप्ताह एक और दौरा करेंगी.


