ममता बनर्जी का दोहरा हमला: वक्फ कानून और पहलगाम हिंसा पर भाजपा को घेरा
ममता बनर्जी का यह तीखा हमला ऐसे समय में सामने आया है जब तृणमूल कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी है. वहीं, भाजपा भी जीत हासिल करने के लिए पूरी ताकत झोंकने की रणनीति बना रही है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार करते हुए भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया. ममता ने भाजपा और केंद्र सरकार को एक "सांप्रदायिक तनाव और नफरत फैलाने वाला भारी वायरस" करार दिया. यह बयान ममता ने मुर्शिदाबाद में एक रैली के दौरान दिया, जहां वक्फ कानूनों में संशोधन को लेकर हिंसा भड़की थी, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई थी. इस हिंसा को पहलगाम आतंकवादी हमले से प्रेरित बताया जा रहा है.
पीएम मोदी पर निशाना
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा के "गुंडों" ने उन्हें हिंसा से प्रभावित परिवारों से मिलने से रोका. इसके बाद ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने भारत की सीमाओं की सुरक्षा में नाकामी दिखाई है. उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की, आप प्रधानमंत्री हैं, तो धार्मिक आधार पर लोगों को विभाजित मत करें. कृपया देश और सीमाओं का ध्यान रखें.
#WATCH | Murshidabad: On the Pahalgam terrorist attack, West Bengal CM Mamata Banerjee says, "...Instead of doing communal violence, please take care of the border. Please take care of India. We love India, please save India from any disaster. Please give justice to the people… pic.twitter.com/bwmC2vXaRN
— ANI (@ANI) May 5, 2025
ममता बनर्जी ने भाजपा पर चुनावी दुष्प्रचार करने का भी आरोप लगाया और कहा कि भाजपा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के माध्यम से एक "साजिश" रची है, जिसे उन्होंने बेनकाब किया है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा कुछ मीडिया घरानों के जरिए झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है, जबकि उनका उद्देश्य राज्य में असमाजिक तत्वों की साजिश को उजागर करना है.
बाहरी तत्व
मुख्यमंत्री ने "बाहरी तत्वों" को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया और स्पष्ट किया कि उनकी सरकार राज्य में नया वक्फ विधेयक लागू नहीं करेगी. इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का पैनल भी घटनास्थल पर दौरा कर चुका था. ममता ने सवाल उठाया कि क्या यह आयोग भाजपा शासित राज्यों में भी उतनी ही तत्परता से उल्लंघनों का ध्यान रखता है, जितना पश्चिम बंगाल में.
वक्फ बोर्ड
वक्फ (संशोधन) विधेयक में मुस्लिम धर्मार्थ संपत्तियों के प्रशासन में बदलाव किया गया है, जिसमें वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों का होना अनिवार्य किया गया है. यह विधेयक संसद में विवाद के बाद पारित हुआ था और इसके कार्यान्वयन पर न्यायालय में सुनवाई की जाएगी. ममता बनर्जी का भाजपा पर यह हमला आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के संदर्भ में महत्वपूर्ण है.


