‘मेरा सिर शर्म से झुक गया’... तालिबानी नेता आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे पर भड़के जावेद अख्तर
Javed Akhtar Reaction on Taliban: जावेद अख्तर ने अफगान तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे और उनके स्वागत पर कड़ा ऐतराज जताया है. 'एक्स' पर उन्होंने गुस्से में लिखा कि लड़कियों की शिक्षा पर पाबंदी लगाने वाले तालिबान जैसे आतंकवादी समूह का सम्मान करना शर्मनाक है. यह हमारे मूल्यों के खिलाफ है.

Javed Akhtar Reaction on Taliban: अफगान तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के भारत दौरे और उनके स्वागत को लेकर जानी-मानी हस्ती व गीतकार जावेद अख्तर ने कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने इस पर गहरा गुस्सा व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे लोगों का इतनी खुशी से स्वागत करना उन मूल्यों के खिलाफ है, जिनकी हम हमेशा बात करते आए हैं.
जावेद अख्तर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि तालिबान जैसे आतंकवादी समूह के प्रतिनिधि को सम्मान देना बेहद शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि यह वही लोग हैं जो लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाते हैं और कट्टरपंथ को बढ़ावा देते हैं.
जावेद अख्तर का बयान
जावेद अख्तर ने एक्स पर लिखा कि दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी समूह तालिबान के प्रतिनिधि को हर तरह के आतंकवादियों के खिलाफ मंच पर बोलने वालों द्वारा दिए गए सम्मान और स्वागत को देखकर मेरा सिर शर्म से झुक गया. देवबंद को भी शर्म आनी चाहिए कि उसने अपने 'इस्लामिक हीरो' इस तरह से स्वागत किया. यह ध्यान रखना चाहिए कि तालिबान उन लोगों में से एक है, जिन्होंने लड़कियों की शिक्षा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. मेरे भारतीय भाइयों और बहनों हमारे साथ क्या हो रहा है?
अफगानिस्तान की सत्ता पर 2021 से काबिज तालिबान के किसी वरिष्ठ प्रतिनिधि का यह भारत का पहला दौरा है. आमिर खान मुत्ताकी छह दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं, जिसके दौरान उन्होंने देवबंद का भी दौरा किया.
I hang my head in shame when I see the kind of respect and reception has been given to the representative of the world’s worst terrorists group Taliban by those who beat the pulpit against all kind of terrorists . Shame on Deoband too for giving such a reverent welcome to their “…
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) October 13, 2025
देवबंद में तालिबानी नेता का हुआ स्वागत
आमिर खान मुत्ताकी जब देवबंद पहुंचे तो उनका खुले दिल से स्वागत किया गया. स्थानीय नेताओं और धार्मिक संस्थानों द्वारा उनके स्वागत की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर सामने आईं, जिसने इस पूरे मामले को और विवादास्पद बना दिया. देवबंद का यह कदम भी जावेद अख्तर की आलोचना का केंद्र बना. उन्होंने सवाल उठाया कि जिस संस्था की पहचान शिक्षा और ज्ञान से जुड़ी रही है वह आज एक ऐसे समूह के प्रतिनिधि का स्वागत कर रही है जो लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाता है.
सोशल मीडिया पर बंटे रिएक्शन
जावेद अख्तर की इस टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है. जहां कुछ यूजर्स ने उनकी बातों को समर्थन दिया, वहीं कुछ ने उनके पुराने बयानों और पाकिस्तान यात्रा पर सवाल उठाए. एक यूजर ने लिखा कि आप पाकिस्तान में क्या कर रहे थे, जब पाकिस्तान ने हमारे ऊपर 26/11 हमला किया और पुलवामा अटैक कराया? सेलिब्रेशन कर रहे थे ना? अब जब भारत अपने प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल कर रहा है तो आपको क्या परेशानी है.
भारत सरकार की रणनीति पर भी उठे सवाल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सरकार की कूटनीतिक रणनीति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि सरकार की ओर से अब तक इस दौरे या स्वागत को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.


