9 महीने बाद धरती पर वापस लौटीं सुनीता विलियम्स, गुजरात में रहने वाले चचेरे भाई ने PM मोदी का जताया आभार
Sunita Williams India: सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर नौ महीने बाद सफलतापूर्वक धरती पर लौट आए हैं. सुनीता विलियम्स की वापसी पर भारत में उनके परिवार और प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई. गुजरात में उनके चचेरे भाई ने इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया.

Sunita Williams India: नासा की जानी-मानी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स सफलतापूर्वक नौ महीने के बाद धरती पर लौट आई हैं. उनके सुरक्षित आगमन से भारत में उनके परिवार और प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई. सुबह जब सुनीता स्पेस से धरती पर पहुंचीं, तो उनके परिवार में जश्न का माहौल बन गया. घर के अंदर पहले से ही दीप जलाए गए थे और जैसे ही उनके लौटने की खबर मिली, पूरे परिवार ने खुशी में फूलों की बारिश की.
गुजरात में रहने वाले उनके चचेरे भाई दिनेश रावल ने इस खास मौके पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई दिनेश रावल ने कहा, "अब हम चाहते हैं कि वह जल्द से जल्द स्वस्थ हो और भारत की यात्रा करे. प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद, जिन्होंने सुनीता को चिट्ठी लिखकर उनका हौसला बढ़ाया. यह हमारे लिए गर्व का पल है."
VIDEO | Ahmedabad: Dinesh Rawal, cousin of NASA astronaut Sunita Williams, expresses happiness over her return to Earth from space.
"As soon as Sunita came out of the capsule, we started celebrating. We had lighted diyas and were praying to God for her safe return to Earth. We… pic.twitter.com/7sBiAlXuII— Press Trust of India (@PTI_News) March 19, 2025
डॉल्फिन्स ने किया अनोखा स्वागत
धरती पर लौटने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को एक अनोखा और अप्रत्याशित अनुभव मिला. जब ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में उतरा, तो वहां डॉल्फिन्स नजर आईं, जो कैप्सूल के चारों ओर तैरने लगीं. यह नजारा जादुई था, जिसने इस ऐतिहासिक लैंडिंग को और भी खास बना दिया.
पुनर्वास के लिए ह्यूस्टन रवाना हुए अंतरिक्ष यात्री
ड्रैगन कैप्सूल के उतरते ही रिकवरी टीम ने सावधानी से इसके साइड हैच को खोला, जो सितंबर के बाद पहली बार खोला गया था. इसके बाद अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला गया और 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन भेज दिया गया, जहां उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सामान्य स्थिति में वापस लाने की प्रक्रिया पूरी होगी.


