पहलगाम आतंकी हमला: पर्यटन केंद्र से वीरान शहर तक
कभी पर्यटकों से भरा रहने वाला पहलगाम मात्र 24 घंटे के भीतर एक भयावह आतंकी हमले के बाद वीरान और सन्नाटा पसरे शहर में बदल गया, जिसमें 28 निर्दोष लोगों की जान चली गई. इस घटना ने पहलगाम के तेज़ी से फलते-फूलते पर्यटन और आतिथ्य उद्योग को एक झटके में थमा दिया.

पहलगाम, जो कभी कश्मीर का प्रमुख पर्यटन स्थल और हनीमून मनाने वालों की पहली पसंद हुआ करता था. अब एक खामोश और सुनसान शहर बन गया है. बीती मंगलवार को हुए भयावह आतंकी हमले ने पूरे शहर को झकझोर दिया, जिसमें 28 लोगों की जान गई. इनमें अधिकतर पर्यटक थे. इस घटना के 24 घंटे के भीतर ही सभी होटल लगभग खाली हो गए.
पहलगाम का पर्यटन चरम पर
हमले से पहले तक पहलगाम का पर्यटन चरम पर था. होटल बुकिंग फुल थीं और टूर ऑपरेटर यात्रियों की पूछताछ में व्यस्त थे. लेकिन घटना की खबर फैलते ही माहौल पूरी तरह बदल गया. होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष जावेद बुर्जा ने बताया कि बुकिंग रद्द करने के लिए लगातार कॉल आ रही हैं और ज्यादातर पर्यटक अब वापस लौट रहे हैं.
58 कमरों में सिर्फ चार में मेहमान
बुर्जा ने बताया कि उनके होटल के 58 कमरों में से सिर्फ चार में मेहमान हैं और वे भी जल्द ही चले जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि पिछले तीन वर्षों में पर्यटन ने अच्छी प्रगति की थी, लेकिन यह हमला पूरे उद्योग पर विनाशकारी प्रभाव डालेगा. यान्नर राफ्टिंग प्वाइंट पर रेस्टोरेंट चलाने वाले उमर मजीद ने बताया कि वे हर दिन सैकड़ों ग्राहकों को सेवा देते थे, लेकिन अब सन्नाटा पसरा है.
'मिनी स्विट्जरलैंड'
घटना बैसरन के घने चीड़ वन में हुई, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहा जाता है. यहां पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी. यह हमला 2019 के बाद सबसे भयावह बताया गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया है. वहीं, केंद्र सरकार ने पांच कड़े कदम उठाए हैं जिनमें पाक-भारत राजनयिक संबंधों में कटौती, सिंधु जल संधि को स्थगित करना और अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद करना शामिल है.


