पहलगाम की घाटी में साजिश का साया: पाकिस्तान की गूंज, चीन की चाल
पहलगाम की शांत घाटी 26 मासूम लाशों से दहल उठी. पर ये महज आतंकी हमला नहीं, बल्कि एक गहरी, सोची-समझी साजिश थी. सूत्र बताते हैं कि इसमें पाकिस्तान की प्लानिंग और चीन की चाल दोनों शामिल हैं.

इंटरनेशनल न्यूज. बैसरन घाटी, पहलगाम-जहां 22 अप्रैल की सबुह गोलियों ने 26 मासूमों की सांसे छी लीं. कोई सोच भी नहीं सकता था कि इस कत्लेआम की स्क्रिप्ट पाकिस्तान फौज के जनरल ने लिखी होगी. अब खुलासा हुआ है-हमले के पीछे खुद पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर है, और इस बार उसकी साजिश में चीन भी साझेदार है. पाकिस्तान के पूर्व सैन्य अफसर मेजर (रिटा.) आदिल राजा ने जो कहा, उसने सिर्फ इस हमले की सच्चाई नहीं खोली, पाकिस्तान की फौजी सत्ता की असलियत भी सामने ला दी. राजा का दावा है कि असीम मुनीर ने खुद इस ऑपरेशन की प्लानिंग की और यह चीन की ‘सीधी निगरानी’ में हुआ. एक वॉर-गेम, जो भारत को अस्थिर करने के लिए रचा गया.
नवाज़ शरीफ भी थे तस्वीर में?
सबसे बड़ा सवाल—क्या पाकिस्तान का राजनीतिक नेतृत्व इस हमले से अंजान था? राजा कहते हैं—बिलकुल नहीं. नवाज़ शरीफ, उनकी बेटी मरियम और पीएम शहबाज़ शरीफ को सब पता था. फिर भी चुप्पी? क्या भारत से शांति की बात करने वाले दोहरे खेल खेल रहे हैं?
कारगिल का दोहराव, लेकिन चेहरों के साथ
राजा ने कारगिल युद्ध का हवाला देते हुए कहा—जैसे मुशर्रफ ने आखिरी वक्त में नवाज़ को प्लान बताया था, वैसा ही अब फिर हुआ. फर्क सिर्फ इतना है कि इस बार साज़िश को रोकने का मौका भारत के पास है.
ड्रैगन की पूंछ अब सीमा पर?
इस ऑपरेशन में चीन की भूमिका को लेकर भी इंटरनेशनल रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं. मकसद साफ है—भारत को दक्षिण एशिया में उलझाए रखना, ताकि चीन की विस्तारवादी योजनाएं बिना रुकावट आगे बढ़ सकें. पहलगाम इस खेल का सिर्फ पहला चैप्टर था.
भारत की तैयारियां,, अगला कदम तय
अब भारत खामोश नहीं है. सीमाओं पर सेना हाई अलर्ट में है. खुफिया एजेंसियों का इशारा है—इस बार सिर्फ जवाब नहीं, हिसाब भी होगा. सर्जिकल स्ट्राइक या कोई बड़ा स्ट्रेटजिक मूव—सब कुछ टेबल पर है.


