Amit Shah in Lok Sabha: कांग्रेस ने पूछा युद्ध क्यों नहीं किया? अमित शाह ने खोला 'इतिहास का पिटारा', किया नेहरू का जिक्र
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कांग्रेस के उस सवाल का जवाब दिया जिसमें पूछा गया था कि जब सेना मजबूत स्थिति में थी तो युद्ध क्यों नहीं किया गया. शाह ने नेहरू का नाम लेते हुए कहा कि अगर 1948 में युद्धविराम न हुआ होता तो आज PoK का अस्तित्व ही नहीं होता.

Amit Shah in Lok Sabha: लोकसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखे हमले किए. उन्होंने कांग्रेस के उस सवाल का जवाब दिया जिसमें पार्टी ने पूछा था कि जब सेना बेहतर पोजीशन में थी तो सरकार ने युद्ध क्यों नहीं किया. शाह ने इतिहास का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की रणनीति का बचाव किया और सीधे-सीधे देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को कटघरे में खड़ा कर दिया.
शाह ने कहा कि युद्ध के फैसले सोच-समझकर लिए जाते हैं और इसके परिणाम दीर्घकालिक होते हैं. उन्होंने कहा कि 1948 में जब भारतीय सेना मजबूत स्थिति में थी, तब भी नेहरू ने युद्धविराम कर दिया, जबकि सरदार पटेल इसके खिलाफ थे. उन्होंने कहा कि अगर तब युद्धविराम नहीं होता, तो आज पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) का अस्तित्व ही नहीं होता.
#WATCH | Delhi | Union Home Minister Amit Shah says, "...Yesterday, they (Congress) were raising questions about why there was no war... Today, PoK exists only because of Jawaharlal Nehru... In 1960, they gave 80% of the Indus waters to Pakistan... In 1971, during the Simla… pic.twitter.com/2gxXFiysAn
— ANI (@ANI) July 29, 2025
नेहरू पर सीधे निशाने के साथ इतिहास की याद दिलाई
अमित शाह ने कहा, "मैं इतिहास का विद्यार्थी हूं और जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि PoK का आज अस्तित्व है तो वह नेहरू जी के 1948 में किए गए युद्धविराम की वजह से है." उन्होंने बताया कि सरदार पटेल उस फैसले के विरोध में थे और खुद रेडियो स्टेशन तक गए थे, लेकिन नेहरू ने एकतरफा युद्धविराम कर दिया.
कांग्रेस के सवाल पर पलटवार
शाह ने कहा, "कल कांग्रेस ने सवाल किया था कि जब सेना मजबूत स्थिति में थी, तब युद्ध क्यों नहीं किया. मैं पूछना चाहता हूं, क्या 1948 में हमारी सेना कमजोर थी?" उन्होंने आगे कहा कि अगर कांग्रेस ने उस वक्त सही फैसला लिया होता तो आज हमें शिविरों पर हमले नहीं झेलने पड़ते. उन्होंने 1960 में सिंधु जल समझौते और 1971 के शिमला समझौते का भी हवाला दिया, जिसमें कांग्रेस ने PoK पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
कांग्रेस की नीतियों से जन्मा पाकिस्तान
अमित शाह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान कांग्रेस की नीतियों का ही नतीजा है. शाह ने कहा, "पाकिस्तान कांग्रेस की भूल है. उसने विभाजन स्वीकार किया और गांधी परिवार को चीन से विशेष प्रेम है." उन्होंने यह भी पूछा कि चीन के साथ कांग्रेस का कौन-सा समझौता हुआ था.
आतंकी हमलों पर भी कांग्रेस को घेरा
शाह ने कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए कहा, "कल वे पूछ रहे थे कि पहलगाम के दोषी कहां गए? मैं आज 10 नाम पढ़ रहा हूं, जिनमें से 8 आतंकियों को हमारी सरकार ने ढेर किया है. ये वही आतंकी हैं जो चिदंबरम एंड कंपनी के समय छुप गए थे." उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया है और इससे हर देशवासी को गर्व होना चाहिए.
चर्चा के दौरान शाह ने पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा, "कल चिदंबरम जी ने पूछा कि क्या सबूत है कि आतंकी पाकिस्तान से आए थे? मैं पूछता हूं कि आप क्या कहना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाना चाहते हैं? उससे आपको क्या मिलेगा?" उन्होंने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है देश को सुरक्षित रखना, और इसी जिम्मेदारी के तहत ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया.


