देशभर में यात्रियों की बढ़ी परेशानी, Indigo की एक दिन में 550 फ्लाइट्स कैंसिल...ये बड़ी वजह आई सामने
इंडिगो एयरलाइन के गंभीर परिचालन संकट के कारण गुरुवार को देशभर में 550 से अधिक उड़ानें रद्द हो गईं और हजारों यात्री प्रभावित हुए. एयरलाइन ने नेटवर्क में व्यापक व्यवधान के लिए माफी मांगते हुए जल्द सामान्य संचालन बहाल करने का भरोसा दिया.

नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का परिचालन संकट गुरुवार को भी कम नहीं हुआ और इसका सीधा असर देशभर में यात्रियों पर पड़ा. एयरलाइन ने एक ही दिन में 550 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में 191 उड़ानें प्रभावित रहीं. लंबी कतारें, घंटों इंतजार और जानकारी की कमी से परेशान यात्रियों ने हवाई अड्डों पर भारी अव्यवस्था का सामना किया. बढ़ते विरोध और डीजीसीए की सख्ती के बीच इंडिगो ने आधिकारिक बयान जारी कर मौजूदा स्थिति पर खेद जताया और जल्द सेवाएँ सामान्य करने का आश्वासन दिया.
पिछले दो दिनों में पूरे नेटवर्क में भारी व्यवधान
DGCA ने इंडिगो को लगाई फटकार
लगातार गिरते प्रदर्शन पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन को फटकार लगाते हुए जांच का आदेश दिया और व्यवधान के कारणों की विस्तृत जानकारी मांगी. एयरलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, रद्द की गई 1,232 उड़ानों में से 755 उड़ानें स्टाफ की कमी के कारण प्रभावित हुईं, जबकि ATC फेलियर से 92 उड़ानें, एयरपोर्ट प्रतिबंधों से 258 उड़ानें और विभिन्न अन्य कारणों से 127 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं. DGCA ने इंडिगो को सेवा गुणवत्ता सुधारने, अधिक क्रू की भर्ती करने और बेहतर परिचालन योजना लागू करने के निर्देश दिए हैं.
सोशल मीडिया पर यात्री भड़के, शिकायतों की बाढ़
उड़ानों के बड़े पैमाने पर प्रभावित होने से यात्रियों का गुस्सा सोशल मीडिया पर फूट पड़ा. कई यात्रियों ने एयरलाइन पर समय पर सूचना न देने, टिकट रिफंड प्रक्रियाएँ धीमी होने और रीबुकिंग में देरी को लेकर नाराजगी जताई. वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से लोगों ने एयरलाइन के प्रबंधन पर सवाल उठाए. इस बीच इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्ट का एक ईमेल भी वायरल हुआ जिसमें उन्होंने चल रहे संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे कई परिचालन समस्याओं के संयोजन का परिणाम बताया.
तकनीकी खामियां, मौसम और नई नियमावली का असर
सीईओ के मुताबिक, मामूली तकनीकी दिक्कतें, नियमित शेड्यूल में बदलाव, खराब मौसम, एविएशन सिस्टम में बढ़ती भीड़भाड़ और नई FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन) नियमावली ने मिलकर परिचालन दबाव बढ़ाया. उन्होंने स्वीकार किया कि एयरलाइन अपने यात्रियों को अपेक्षित सेवा अनुभव नहीं दे सकी और इसके लिए कंपनी ने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है.
संकट से बाहर निकलने की कोशिश में जुटी एयरलाइन
इंडिगो ने दावा किया है कि वह परिचालन बहाली के लिए युद्धस्तर पर कदम उठा रही है. एयरलाइन ने कहा कि DGCA के निर्देशों का पालन करते हुए वह स्टाफ की कमी दूर करेगी, प्रबंधन में सुधार लाएगी और उड़ान अनुसूची को स्थिर करने पर फोकस करेगी. फिलहाल यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति लगातार जांचें और आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ समय से पहले हवाई अड्डे पहुँचे.


