प्रधानमंत्री मोदी ने INS विक्रांत पर नौसेना के साथ मनाई दिवाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली INS विक्रांत पर नौसेना के जवानों के साथ मनाई और इसे अपने लिए सौभाग्य का पल बताया. उन्होंने जवानों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि समुद्र में बिताई दिवाली का अनुभव उनके लिए अविस्मरणीय रहा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष दिवाली का पर्व एक खास अंदाज में देश की सेना के साथ मनाया. उन्होंने सोमवार को बताया कि वह स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसेना के जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं और इसे अपने लिए सौभाग्य का क्षण मानते हैं.
स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पर पीएम ने बिताई रात
पीएम मोदी रविवार से ही जवानों के बीच मौजूद थे और उन्होंने समुद्र में तैनात भारत के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर पर रात बिताई. इस अनुभव को उन्होंने बेहद भावुक और प्रेरणादायक बताया. जवानों के समर्पण की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं कल से आपके बीच हूं और हर पल कुछ नया सीख रहा हूं. आपका समर्पण और अनुशासन इतना ऊंचा है कि भले मैं उसे पूरी तरह जी नहीं सका, लेकिन मैंने उसे महसूस जरूर किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सैनिकों के बीच दिवाली मनाना हर साल उनके जीवन का सबसे भावुक और गर्व भरा पल होता है. उन्होंने आगे कहा कि रात के अंधेरे समुद्र में रहना और फिर सुबह सूरज का उदय देखना मेरे लिए एक अनमोल दिवाली अनुभव बन गया है.
जवानों के हौसले को किया सलाम
इस अवसर पर उन्होंने जवानों के हौसले को सलाम करते हुए कहा कि भारत आज जिन ऊंचाइयों को छू रहा है, उसमें सेना का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने यह भी दोहराया कि केंद्र सरकार भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा दे रही है और INS विक्रांत इसी का प्रतीक है.
प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में अपने कार्यकाल की शुरुआत के बाद से हर दिवाली सैनिकों के साथ मनाने की परंपरा बनाई है. पहले भी वे सियाचिन, कारगिल, जम्मू-कश्मीर, अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में जवानों के साथ त्योहार मना चुके हैं.
इस बार का उनका INS विक्रांत दौरा न केवल दिवाली का उत्सव था, बल्कि राष्ट्र को यह संदेश देने का भी अवसर था कि भारत अपनी सुरक्षा में पूरी तरह सक्षम और सजग है.


