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अगले महीने अमेरिका जा सकते हैं पीएम मोदी, डोनाल्ड ट्रंप से कर सकते हैं बातचीत

प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने यूएनजीए में शामिल होने के लिए अमेरिका जा सकते हैं, जहां उनकी राष्ट्रपति ट्रम्प से व्यापारिक और कूटनीतिक मुद्दों पर अहम बैठक हो सकती है. दोनों देशों के बीच टैरिफ विवाद, रूस से तेल खरीद और व्यापार समझौते पर गतिरोध चर्चा के मुख्य विषय रहेंगे.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भाग लेने के लिए अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं, जहां उनकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की संभावना है. यह बैठक विशेष रूप से भारत-अमेरिका व्यापारिक तनाव को सुलझाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित हो सकती है. संयुक्त राष्ट्र महासभा का शिखर सम्मेलन सितंबर में न्यूयॉर्क में होगा और 23 सितंबर से शुरू होने वाले सप्ताह में वैश्विक नेताओं का आगमन होगा.

सूत्रों के अनुसार, मोदी ट्रम्प के अलावा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की और अन्य नेताओं से भी उच्चस्तरीय वार्ता कर सकते हैं. मोदी और ट्रम्प के बीच पहले कार्यकाल में करीबी रिश्ते बने थे, लेकिन हाल के वर्षों में टैरिफ और व्यापार विवादों ने संबंधों में तनाव पैदा किया है.

दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर गतिरोध

वर्तमान में दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर गतिरोध बना हुआ है. अमेरिका चाहता है कि भारत कृषि और डेयरी क्षेत्र को अधिक खुलेपन के साथ अमेरिकी निर्यात के लिए उपलब्ध कराए, जबकि भारत इसमें सावधानी बरत रहा है. इसी बीच, ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ लगाया और रूस से तेल खरीद जारी रखने के चलते अतिरिक्त 25% शुल्क भी लगा दिया. इस प्रकार कुल शुल्क 50% तक पहुंच गया, जिसमें से आधा 7 अगस्त से लागू हो चुका है और बाकी 27 अगस्त से लागू होगा. इस समय सीमा से पहले दोनों देश समझौते पर पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.

अमेरिका ने की भारत की आलोचना

एक अन्य बड़ा मुद्दा रूस से तेल आयात है, जिस पर अमेरिका ने भारत की आलोचना की है. व्हाइट हाउस का मानना है कि यह खरीदारी यूक्रेन में रूस के युद्ध को वित्तीय सहायता देती है. ट्रम्प भारत पर दबाव डाल रहे हैं कि वह रूस से तेल आयात कम करे, जबकि भारत ने इसका कड़ा प्रतिवाद किया है. 

भारत अब 15 अगस्त को होने वाली ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक पर नज़र रखेगा, जिसमें तीन साल से जारी संघर्ष को समाप्त करने के संभावित समाधान पर चर्चा हो सकती है. इस यात्रा के दौरान मोदी का उद्देश्य न केवल वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करना होगा, बल्कि अमेरिका के साथ जटिल होते व्यापारिक और कूटनीतिक समीकरणों को संतुलित करना भी रहेगा.

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13 August 2025, 07:43 AM IST

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