पीएम मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर की बात, यूक्रेन संकट समेत इन मुद्दों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बातचीत की. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन संकट समेत कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई. ये चर्चा अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बीच हुई है.

India-France relations: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से टेलीफोन पर महत्वपूर्ण बातचीत की. इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा करना और आगे के विकास के अवसरों पर चर्चा करना था. प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'एक्स' पर इस वार्ता के बारे में जानकारी साझा की.
द्विपक्षीय सहयोग का मूल्यांकन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस के बीच चल रहे विभिन्न परियोजनाओं और सहयोग के पहलुओं का व्यापक मूल्यांकन किया. उन्होंने यह भी बताया कि वार्ता में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में प्रगति सकारात्मक रही है. इस साझेदारी के तहत शिक्षा, विज्ञान, ऊर्जा, रक्षा और तकनीकी सहयोग जैसे कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है.
यूक्रेन संकट पर हुई चर्चा
मोदी और मैक्रों ने विशेष रूप से यूक्रेन में फरवरी 2022 से जारी संघर्ष पर भी चर्चा की. प्रधानमंत्री ने बताया कि दोनों नेताओं ने युद्ध को शीघ्र समाप्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों और संभावित उपायों पर विचार साझा किया. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वैश्विक स्तर पर शांति और स्थिरता बनाए रखना दोनों देशों के लिए प्राथमिकता है.
अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने केवल द्विपक्षीय मामलों तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया. इसमें वैश्विक सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और स्थिर आर्थिक सहयोग जैसे विषय शामिल थे. दोनों नेताओं ने इस साझा जिम्मेदारी पर सहमति व्यक्त की कि भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का उद्देश्य वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना है.
रणनीतिक साझेदारी का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत और फ्रांस के बीच विकसित रणनीतिक साझेदारी केवल दो देशों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डालती है. यह साझेदारी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग को मजबूत करती है और वैश्विक मुद्दों पर संयुक्त दृष्टिकोण अपनाने में मददगार साबित होती है.
बातचीत के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने भविष्य में सहयोग को और मजबूत करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में नए कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-फ्रांस संबंध और भी अधिक गहरे और व्यापक होंगे, जिससे दोनों देशों और वैश्विक समुदाय को लाभ मिलेगा.


