उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले NDA की अहम बैठक, PM मोदी के संबोधन पर सबकी निगाहें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संसद भवन में एनडीए संसदीय दल की अहम बैठक को संबोधित करेंगे. संसद के मानसून सत्र में जारी गतिरोध के बीच बुलाई गई यह बैठक राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले ये NDA की अहम बैठक मानी जा रही है.

PM Modi NDA Meet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करेंगे. यह बैठक संसद के मानसून सत्र के बीच हो रही है, जिसमें अब तक गतिरोध बना हुआ है. लंबे समय बाद एनडीए की पूर्णकालिक बैठक बुलाई गई है, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी सांसद शामिल होंगे.
यह बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब संसद की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है. विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision, SIR) को लेकर चुनाव आयोग पर पक्षपात के आरोप लगाए हैं और इसी मुद्दे को लेकर संसद में गतिरोध बना हुआ है.
संसद में गतिरोध के बीच बुलाई गई बैठक
एनडीए की यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब संसद का मानसून सत्र विपक्ष के विरोध की वजह से ठप पड़ा है. अब तक केवल पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर दो दिवसीय बहस ही हो सकी है. बाकी समय सदन की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ गई है. विपक्ष चुनाव आयोग की गतिविधियों पर सवाल उठा रहा है और उस पर भाजपा सरकार का पक्ष लेने का आरोप लगा रहा है.
पीएम मोदी उठाएंगे कई अहम मुद्देप्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में कई ज्वलंत विषयों पर बात कर सकते हैं. संभावना है कि वह विपक्ष के इन आरोपों का जवाब देंगे कि चुनाव आयोग सत्ताधारी दल के पक्ष में काम कर रहा है. इसके साथ ही, वह 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में की गई सैन्य कार्रवाई का भी जिक्र कर सकते हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहलगाम आतंकी हमले से निपटने में सरकार की भूमिका के लिए सम्मानित भी किया जाएगा. यह बैठक भाजपा और उसके सहयोगी दलों को एक मंच पर लाकर साझा रणनीति तैयार करने का अवसर भी प्रदान करेगी.
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी हो सकती है चर्चा
इस अहम बैठक का आयोजन उपराष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी होने से ठीक पहले किया जा रहा है. 7 अगस्त से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी और अगर मुकाबला हुआ तो 9 सितंबर को चुनाव होगा. चूंकि एनडीए के पास चुनावी कॉलेज में बहुमत है, इसलिए उनके उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है.
पीटीआई के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सहयोगी दलों के साथ तालमेल बनाकर उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. उम्मीद है कि बैठक के दौरान इस पर भी विचार किया जाएगा.
नए स्वरूप में हो रही एनडीए की बैठक
2024 के आम चुनावों में भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन सहयोगी दलों के समर्थन से एनडीए सत्ता में लौट आया. इसके बाद भाजपा ने अपनी पार्लियामेंट्री बैठकों में सहयोगी दलों को भी शामिल करना शुरू कर दिया है. पिछली एनडीए बैठक 2 जुलाई को हुई थी, लेकिन हालिया सत्रों में ऐसी कोई बड़ी बैठक नहीं बुलाई गई थी.
लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी हर सप्ताह भाजपा संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लेते थे. लेकिन अब नया स्वरूप अपनाया गया है, जिसमें तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) जैसे सहयोगी दलों को भी शामिल किया जाता है. इन बैठकों में प्रधानमंत्री न केवल नीतिगत और राजनीतिक मुद्दों पर बात करते हैं, बल्कि सांसदों को उनके क्षेत्र में जनता से संवाद के लिए आवश्यक बिंदु भी देते हैं.


