करूर भगदड़ मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, अफवाह फैलाने पर 3 लोग गिरफ्तार
3 people arrested in Karur stampede case: करूर में हुई भगदड़ घटना से संबंधित अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

3 people arrested in Karur stampede case: तमिलनाडु के करूर में हुए भगदड़ मामले में पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में बीजेपी और तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) पार्टी के नेता शामिल हैं. गिरफ्तार किए गए लोग पेरुम्बक्कम से भाजपा राज्य सचिव (कला और संस्कृति) सहायम, मंगडु से टीवीके सदस्य शिवनेस्वरन और अवाड़ी से टीवीके के 46वें वार्ड सचिव सरथकुमार कुमार हैं. भगदड़ में लगभग 40 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं.
उम्मीद से ज्यादा पहुंचे लोग
इस घटना का मूल कारण 27 सितंबर को करूर में आयोजित टीवीके पार्टी की रैली थी, जिसे टीवीके चीफ और अभिनेता विजय संबोधित कर रहे थे. पार्टी ने प्रशासन को रैली में अनुमानित 10 से 15 हजार लोगों की संख्या बताई थी, लेकिन वास्तव में 50 हजार से अधिक लोग रैली में शामिल हो गए. रैली का स्थान छोटा होने के कारण वहां सभी लोगों के समुचित खड़े होने की व्यवस्था नहीं थी.
इसके अलावा, रैली में शामिल होने के लिए अभिनेता विजय को दोपहर 12 बजे आना था, लेकिन वह लगभग सात घंटे की देरी से रात 7 बजे पहुंचे. इस देरी के कारण उपस्थित लोगों में असंतोष और गुस्सा बढ़ गया. कई वीडियो में देखा गया कि लोग अभिनेता विजय पर चप्पल तक फेंकते दिखाई दिए. लोग अभिनेता के करीब पहुंचने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई.
Tamil Nadu | Three individuals have been arrested for spreading rumours about the Karur stampede:
— ANI (@ANI) September 29, 2025
1. Sahayam, 38, from Perumbakkam, BJP State Secretary (Art & Culture)
2. Sivaneswaran from Mangadu, a TVK member
3. Sarathkumar, 32, from Avadi, TVK's 46th Ward Secretary
Source:…
असंतुलन के कारण भगदड़ मची
भीड़ में उत्पन्न हुई दबाव और असंतुलन के कारण भगदड़ मच गई. कुछ ही समय में भगदड़ में कई लोग गिर पड़े और तंग जगह के कारण लोग अपने आप को बचा नहीं पाए. इस हादसे में 40 लोगों की मौत हुई और कई घायल भी हुए. इस घटना ने करूर और आसपास के क्षेत्रों में चिंता और शोक की लहर दौड़ा दी.
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई की और अफवाह फैलाने वालों को गिरफ्तार किया. अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए गलत जानकारी फैलाकर स्थिति को और बिगाड़ा.


