29 अगस्त से अमेरिका के लिए डाक सेवाएं निलंबित, ट्रंप के टैरिफ नीति के खिलाफ भारत का बड़ा कदम
अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने के निर्णय के जवाब में भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए 29 अगस्त से अमेरिका के लिए सभी डाक सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है. यह निर्णय व्यापारिक . और जवाबी कार्रवाई के तहत लिया गया है. भारत का यह रुख अमेरिका की नीतियों के प्रति सख्त रुख को दर्शाता है और द्विपक्षीय संबंधों में तनाव की ओर इशारा करता है.

India suspends postal service to USA : भारत के डाक विभाग (Department of Posts) ने घोषणा की है कि 25 अगस्त 2025 से अमेरिका के लिए सभी प्रकार की डाक सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित की जा रही हैं. यह निर्णय अमेरिका द्वारा लागू की जा रही नई कस्टम नियमों और टैरिफ के चलते लिया गया है, जो इसी महीने के अंत से प्रभावी हो रहे हैं.
अमेरिका का नया आदेश, ड्यूटी-फ्री छूट खत्म
भारत पर बढ़ा टैरिफ बोझ, 50% तक शुल्क
ट्रंप सरकार ने हाल ही में भारत पर 25% आयात शुल्क लगाया है. साथ ही, रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त 25% दंडात्मक शुल्क भी जोड़ा गया है, जिससे कुल टैरिफ भार 50% तक पहुंच गया है. इन फैसलों से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव और गहराया है.
पार्सल सेवाएं बंद, केवल दस्तावेज और छोटे गिफ्ट...
डाक विभाग की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अब केवल पत्र/दस्तावेज़ और 100 अमेरिकी डॉलर तक के उपहार (gift items) ही भेजे जा सकेंगे. बाकी सभी प्रकार की अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं (पार्सल, पैकेज, आदि) को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
नई व्यवस्था के तहत टैक्स वसूलने की जिम्मेदारी ...
नए अमेरिकी नियमों के अनुसार, अब डाक नेटवर्क या अन्य "qualified parties" को टैक्स वसूल कर अमेरिकी सीमा शुल्क विभाग (CBP) को जमा करना होगा. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि किन संस्थाओं को "qualified party" का दर्जा मिलेगा और वे शुल्क कैसे वसूलेंगी.
इसलिए सेवाएं रोकनी पड़ीं
चूंकि अमेरिका जाने वाली एयर कैरियर कंपनियों ने भारतीय अधिकारियों को सूचित किया है कि वे अभी इन नए नियमों को लागू करने के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए उन्होंने अमेरिका के लिए पार्सल स्वीकार करने से मना कर दिया है. इसी के चलते डाक विभाग को सेवाएं रोकने का फैसला लेना पड़ा.
बुक किए गए सामान के लिए मिलेगा रिफंड
डाक विभाग ने यह भी बताया है कि जिन ग्राहकों ने पहले ही ऐसे पार्सल बुक कराए जिन्हें अब नहीं भेजा जा सकता, वे अपने पोस्टेज का रिफंड प्राप्त कर सकते हैं. विभाग ने कहा है कि वह सभी संबंधित एजेंसियों के साथ संपर्क में है और स्थिति सामान्य करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
सेवाएं अस्थायी रूप से बंद, लेकिन स्थिति पर नजर
यह कदम दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव का संकेत है. हालांकि, डाक विभाग ने कहा है कि यह निलंबन अस्थायी है और जैसे ही परिस्थिति सामान्य होगी, सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी.


