एयर इंडिया AI-171 दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट जल्द, ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण जारी
अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुखद दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट इस सप्ताह जारी की जा सकती है.

पिछले महीने अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुखद दुर्घटना की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट इस सप्ताह जारी की जा सकती है. इस भयावह हादसे में 260 लोगों की जान गई थी. सूत्रों के अनुसार, यह जानकारी हाल ही में परिवहन, पर्यटन और संस्कृति से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति की बैठक में साझा की गई, जिसमें बताया गया कि घटना के एक महीने के भीतर रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जाएगी.
विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) के वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति को बताया कि बोइंग ड्रीमलाइनर विमान से जुड़े दोनों ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिए गए हैं. इन ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण अमेरिका की राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) के विशेषज्ञों की मदद से किया जा रहा है. डिकोडिंग के साथ ही इसे विमान के तकनीकी डेटा और अहमदाबाद ATC के साथ अंतिम संपर्क से भी मिलाया जा रहा है.
अमेरिका से मंगवाए गए आवश्यक उच्च-तकनीकी उपकरण
ब्लैक बॉक्स के विश्लेषण के लिए आवश्यक उच्च-तकनीकी उपकरण अमेरिका से मंगवाए गए हैं और उन्हें दिल्ली स्थित AAIB को सौंपा गया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ब्लैक बॉक्स को अलग-अलग विमानों से अहमदाबाद से राजधानी लाया गया. विशेषज्ञों ने यह भी जानकारी दी कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे को अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास एक सुरक्षित स्थान पर रखा गया है. वहां ड्रीमलाइनर के कुछ हिस्सों का पुनर्निर्माण किया गया है ताकि भौतिक क्षति का अध्ययन किया जा सके और उसे ब्लैक बॉक्स से मिले आंकड़ों से जोड़ा जा सके.
बुधवार को हुई संसदीय स्थायी समिति की बैठक में कई सदस्यों ने चिंता जताई कि पहले की सिफारिशों को लागू नहीं किया गया. बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय, DGCA, AAI, BCAS के अधिकारी, साथ ही एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.
बैठक में जेडीयू सांसद संजय झा की अध्यक्षता में सुरक्षा पर समग्र चर्चा हुई, लेकिन ध्यान केंद्रित रहा AI-171 दुर्घटना पर. यह विमान उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद अहमदाबाद स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया था, जिससे 241 यात्री और क्रू मेंबर्स समेत 260 लोगों की जान गई.
पीएसी की बैठक में तीखी बहस
पीएसी (लोक लेखा समिति) की एक अन्य बैठक में भी इस दुर्घटना पर तीखी बहस हुई. हालांकि बैठक का एजेंडा हवाई अड्डा शुल्क था, लेकिन AI-171 हादसे और विमानन सुरक्षा के मुद्दे ने केंद्र बिंदु ले लिया. सांसदों ने DGCA और BCAS पर सुरक्षा ऑडिट के अभाव और निगरानी की कमजोरियों को लेकर सवाल खड़े किए. बैठक में एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन भी उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि ड्रीमलाइनर दुनिया का सबसे सुरक्षित विमान है और वैश्विक स्तर पर इसके 1,000 से अधिक विमान संचालन में हैं.
पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री और पीएसी सदस्य प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि DGCA में अनुभवी अधिकारियों की कमी है, जिसे पूरा करने के लिए सेवानिवृत्त विशेषज्ञों की मदद ली जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हर यात्री सुरक्षा चाहता है और यह हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. पटेल ने आश्वासन दिया कि भारत का विमानन तंत्र मजबूत है, DGCA सक्षम है और एयरलाइंस सुरक्षा मानकों का पालन कर रही हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई बड़ी दुर्घटना होती है, तो अतिरिक्त सतर्कता और पारदर्शिता ज़रूरी हो जाती है.


