'विमान गिर गया, भाई नहीं दिख रहा': विमान हादसे के तुरंत बाद रमेश ने घर पर किया भावुक कॉल
एयर इंडिया के विमान में कुल 242 यात्री सवार थे, जिनमें से सिर्फ रमेश ही चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाए. दुख की बात यह है कि उनके साथ यात्रा कर रहे उनके भाई की इस हादसे में मौत हो गई. वह 241 मृतकों में शामिल थे.

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे में 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है. यह भारत के विमानन इतिहास की सबसे गंभीर दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है. विमान के इकलौते बचे यात्री विश्वाश कुमार रमेश अपने भाई के साथ यात्रा कर रहे थे, जो इस दुर्घटना में जान गंवा बैठे.
रमेश ने क्या बताया?
रमेश ने बताया कि हादसे के क्षणों में सब कुछ बहुत तेज़ी से हुआ. विमान के उड़ान भरते ही उसे असामान्य कंपन महसूस हुआ और हरी-सफेद लाइटें चमकने लगीं. कुछ ही पलों में विमान संतुलन खो बैठा और एक रिहायशी इलाके में स्थित मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया. उन्होंने आगे कहा कि जब उन्होंने होश संभाला, तो चारों ओर मलबा, धुआं और जले हुए शवों का भयावह दृश्य था.
दुर्घटना के तुरंत बाद रमेश ने अपने पिता को वीडियो कॉल किया. उनके छोटे भाई नयन कुमार ने बताया कि रमेश ने कहा कि विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. मुझे नहीं पता मेरा भाई कहां है. मुझे और कोई नहीं दिख रहा, लेकिन मैं जिंदा हूं. इस खबर से पूरा परिवार स्तब्ध रह गया.
रमेश के चचेरे भाई अजय वाल्गी ने बताया कि रमेश ने इंग्लैंड में अपने रिश्तेदारों से संपर्क कर बस इतना कहा कि वह सुरक्षित है. परिवार उनकी सलामती से राहत में है, लेकिन दूसरे भाई को लेकर चिंतित है.
पीएम मोदी ने घटनास्थल का किया दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल जाकर रमेश से मुलाकात की. रमेश ने बताया कि पीएम ने उनका हाल जाना और घटना की पूरी जानकारी ली. अस्पताल के बिस्तर पर लेटे रमेश ने कहा कि मुझे अब तक यकीन नहीं हो रहा कि मैं बच गया. जब मैंने चारों ओर देखा, तब जाकर समझ आया कि मैं जिंदा हूं.


